जीवन बीमा क्षेत्र की वर्ष 2000 में शुरूआत होने के बाद से पहली बार नई पॉलिसी की बिक्री से आने वाले प्रीमियमों में गिरावट की उम्मीद बनती दिख रही है।
इस उद्योग से जुड़े लोगों का ऐसा मानना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के बढ़ते असर से शेयर बाजार में गिरावट का सीधा असर जीवन बीमा की बिक्री पर भी पड़ा है और वर्ष 2008-09 में नए प्रीमियम से होने वाली आय में 2 फीसदी की गिरावट की उम्मीद है।
हालांकि कंपनियां पूरे प्रीमियम आय में बढ़ोतरी देख रही हैं। इसकी वजह यह है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक पॉलिसीधारक अपनी पॉलिसी को सक्रिय बनाए रखने के लिए अपने प्रीमियम का भुगतान कर रहे हैं।
हाल ही में इरडा के जारी ताजा आंकड़ों की मानें तो वर्ष 2008-09 के अप्रैल और जनवरी के बीच के नई पॉलिसी की बिक्री से मिलने वाली प्रीमियम में केवल 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।