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RBI से जून तक 25 BPS की दर कटौती की उम्मीद: Kotak MF के दीपक अग्रवाल

कोटक म्यूचुअल फंड के दीपक अग्रवाल का अनुमान, अल्पावधि में और नकदी उपाय संभव, 10 वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों की यील्ड 6.55%-6.75% के दायरे में रहने की संभावना

Last Updated- February 20, 2025 | 11:05 PM IST
Deepak Agrawal

कोटक म्युचुअल फंड में मुख्य निवेश अधिकारी (डेट) दीपक अग्रवाल का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से फरवरी की शुरुआत में की गई दर कटौती के बाद जून 2025 तक 25 आधार अंक की एक और कटौती हो सकती है। अग्रवाल ने ईमेल साक्षात्कार में अभिषेक कुमार से कहा कि सक्रिय रूप से प्रबंधित ड्यूरेशन फंडों पर ऐसे निवेशक विचार कर सकते हैं जो उतार-चढ़ाव को झेल सकते हैं। साथ ही कम अस्थिर पोर्टफोलियो चाहने वालों के लिए तीन साल की अवधि वाले मीडियम ड्यूरेशन फंड बेहतर विकल्प हैं। संपादित अंश:

आरबीआई की नवीनतम मौद्रिक नीति को लेकर आपके प्रमुख निष्कर्ष क्या हैं? क्या आप 2025 में और दर कटौती की उम्मीद करते हैं?

आरबीआई ने लगभग दो वर्षों के विराम के बाद नीतिगत दरों में 25 आधार अंकों (बीपीएस) की कटौती का फैसला किया और इसके साथ-साथ तटस्थ रुख भी बनाए रखा। केंद्रीय बैंक का लक्ष्य नकदी उपायों का उपयोग करके दरों को बेहतर बनाना है। लेकिन उसने नीति में कोई सीधे नकदी कदम उठाने से परहेज किया। हालांकि उन्होंने एक रात के लिए और टिकाऊ आधार पर पर्याप्त नकदी मुहैया कराने के अपने इरादों को भी बता दिया।

इसके बाद खुले बाजार संचालन (ओएमओ) के जरिये खरीद में वृद्धि हुई। हम अल्पावधि से मध्य अवधि में आरबीआई से और अधिक नकदी उपायों की उम्मीद करते हैं। हमें जून तक 25 आधार अंक की और कटौती की आशा है। मध्य अवधि में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति के कदम घरेलू डेटा और वैश्विक गतिविधियों, विशेष रूप से अमेरिका, से तय होंगे।

दर कटौती के चक्र का लाभ उठाने के लिए आप अपने पोर्टफोलियो को कैसे बना रहे हैं?

हमारी रणनीति तीन साल की अवधि वाले कॉरपोरेट बॉन्ड में शॉर्ट-टर्म पोर्टफोलियो पर ध्यान केंद्रित करने की है, जो इस समय आकर्षक है। इसके अलावा हमें 30-वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों के क्षेत्र में संभावना दिखती है, क्योंकि दीर्घकालिक क्षेत्र में अंतर बढ़ गया है। हमने उसी हिसाब से अपने पोर्टफोलियो को व्यवस्थित किया है।

यील्ड कर्व का कौन सा हिस्सा सबसे आकर्षक है?

हमने हाल में सरकारी प्रतिभूतियों के यील्ड कर्व में अच्छी वृद्धि देखी है। हम आरबीआई से और दर कटौती के साथ-साथ नकदी उपायों की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में हम अल्पावधि के हिसाब से चल रहे हैं। 10 वर्षीय और 30 वर्षीय सरकारी
प्रतिभूतियों के कर्व के बीच का स्प्रेड लगभग 35 आधार अंक तक बढ़ गया है, जिससे 30 वर्षीय प्रतिभूतियां भी आकर्षक हो गई हैं।

10 वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों की यील्ड क्यों बढ़ रही है? क्या आपको आने वाले महीनों में इसमें नरमी की संभावना दिखती है?

बाजार को नकदी उपायों और रुख में बदलाव की उम्मीद थी जिससे भविष्य में दर कटौती का संकेत मिलता। हालांकि आरबीआई ने तटस्थ रुख बनाए रखा और किसी तरह के विशेष नकदी उपायों की घोषणा नहीं की जिससे 10 वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों की यील्ड लगभग 5 से 6 आधार अंक तक बढ़ गई।

यह गौर करने वाली बात है कि 10 वर्षीय यील्ड जनवरी 2025 के मध्य से आरबीआई की नीति तक पहले ही 18-20 आधार अंक तक बढ़ चुकी थी। हम उम्मीद करते हैं कि 10 वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियां निकट भविष्य में 6.55 फीसदी से 6.75 फीसदी के दायरे में कारोबार करेंगी।

ऊंची गुणवत्ता वाले तीन बॉन्ड सेगमेंट सॉवरिन, एसडीएल और एएए की अब कैसे तुलना करते हैं?

नकदी के तंग हालात, बढ़े हुए बॉन्ड स्प्रेड और ऊंची गुणवत्ता वाले बॉन्डों के लिए उल्टे यील्ड कर्व को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि एक साल या इससे कम अवधि वाले बॉन्ड का कर्व लंबी अवधि वाले बॉन्ड व अल्पावधि वाले बॉन्ड के बढ़े स्प्रेड के साथ अच्छा प्रदर्शन करेगा। हम स्टेट डेवलपमेंट लोन पर तटस्थ हैं। सरकारी प्रतिभूतियों पर हम आरबीआई की ओएमओ खरीद को देखते हुए तेजी का नजरिया रखते हैं।

मौजूदा हालात में निवेशकों के लिए कौन सी डेट फंड योजना अच्छी रहेगी?

निवेशकों को हमारी सलाह है कि वे अपनी समयावधि के अनुसार निवेश करें। फिलहाल हम उन निवेशकों को सक्रिय रूप से प्रबंधित ड्यूरेशन फंड में निवेश की सलाह देते हैं जो अस्थिरता झेल सकते हैं। जो लोग कम अस्थिर पोर्टफोलियो चाहते हैं, उनके लिए लगभग तीन वर्षों की मध्य अवधि वाले फंड उपयुक्त हैं।

(डिस्क्लेमर : बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक परिवार के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है)

First Published - February 20, 2025 | 11:04 PM IST

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