facebookmetapixel
Year Ender: 2025 में स्मॉलकैप-मिडकैप की थमी रफ्तार, सेंसेक्स ने निवेशकों को दिया बेहतर रिटर्नYear Ender: 2025 में GST स्लैब और इनकम टैक्स में हुए बड़े बदलाव, मिडिल क्लास को मिली बड़ी राहतबाढ़, बारिश और गर्मी से कारोबार को नुकसान? छोटे व्यापारियों के लिए क्लाइमेट इंश्योरेंस इसलिए जरूरी!2026 में 43% तक अपसाइड दिखा सकते हैं ये 5 दमदार शेयर, ब्रोकरेज की सलाह- BUY करेंनए लेबर कोड पर उद्योग जगत की बड़ी आपत्ति, दावा: वेतन के नियम और ग्रेच्युटी से बढ़ेगा भर्ती खर्चPAN कार्ड आधार से लिंक नहीं? अगर हां तो 31 दिसंबर तक कर लें पूरा, नहीं तो नए साल में होगी दिक्कत1 जनवरी से कम हो सकती हैं CNG, PNG की कीमतें, PNGRB टैरिफ में करेगी बदलावकर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्लीपर बस और लॉरी में भयंकर टक्कर, आग लगने से 10 लोग जिंदा जलेStock Market: क्रिसमस के चलते आज शेयर बाजार बंद, BSE-NSE और MCX में नहीं होगी कोई ट्रेडिंगToday’s Weather: कोहरा, सर्दी और जहरीली हवा – क्रिसमस के दिन आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

एमपी के स्थानीय निकायों ने किया ग्रीन बॉन्ड का रुख

Last Updated- February 10, 2023 | 5:35 PM IST
Green bond

हाल ही में इंदौर में संपन्न वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएस) में राज्य सरकार को कुल मिलाकर 15.4 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे जिनमें से 6.09 लाख करोड़ रुपये का निवेश नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में आना है।

राज्य के ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘स्थानीय निकायों का ग्रीन बॉन्ड को अपनाना अपनी तरह की कोई अनूठी घटना नहीं है। हम निरंतर आकलन कर रहे हैं और यह प्रयास कर रहे हैं कि बाजार से कैसे अधिक से अधिक फंड जुटाया जाए। हम अपनी ओर से ज्यादा निवेश न करते हुए भी ग्रीन एनर्जी से जुड़ा बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।’

इंदौर नगर निगम ने ग्रीन बॉन्ड की मदद से 244 करोड़ रुपये का निवेश जुटाने की मंशा जताई है। उसने पब्लिक इश्यू के लिए ऑफर डॉक्युमेंट भी पेश किया है। लगातार छह बार से देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित हो रहे इंदौर के नगर निगम ने कहा है कि वह इस फंड का इस्तेमाल 80 किलोमीटर दूर स्थित जालूद वाटर पंपिंग स्टेशन पर 60 मेगावॉट क्षमता का का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए करेगा वहीं भोपाल नगर निगम की योजना ग्रीन फंड की मदद से सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों पर काम करने की है।

दुबे ने कहा, ‘इंदौर और भोपाल के अलावा अन्य नगरीय निकाय तथा पंचायतें भी ऐसे फंड के लिए प्रयासरत हैं। करीब 200 पंचायतों ने सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह पूरा बदलाव अलग-अलग तरीके से किया जा रहा है। कुछ जगहों पर निजी डेवलपर यह काम कर रहे हैं तो अन्य स्थानों पर ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रॉक्युरमेंट और कंस्ट्रक्शन) मोड तो कई स्थानों पर माइनिंग से आने वाले फंड का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सारा काम एक साथ हो रहा है।’

मध्य प्रदेश कैबिनेट ने हाल ही में 63,000 मेगावॉट क्षमता की पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज को हरी झंडी दिखाई है। दुबे ने कहा, ‘अब हम जीआईएस के दौरान सामने आए निवेश प्रस्तावों पर आगे बढ़ रहे हैं।’

प्रदेश के अलग-अलग जलाशयों में तीन फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट भी स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें कुल 7,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। प्रदेश में पहले ही खंडवा स्थित ओंकारेश्वर डैम में 600 मेगावॉट क्षमता का फ्लोटिंग पॉवर प्लांट स्थापित कर चुकी है।

First Published - February 10, 2023 | 1:22 PM IST

संबंधित पोस्ट