आर्थिक मंदी होने के बावजूद यूको बैंक ने इस साल के लिए कुल 81 फीसदी का विकास लक्ष्य तय कर रही है।
पिछले साल जहा यह रकम कुल 412.6 करोड़ रुपये की थी वहीं इस साल इसे 750 करोड़ रुपये रखने का लक्ष्य रखा गया है। बैंक इस बाबत कई कदमों पर काम कर रहा है। इस वक्त वह बैड एसेट्स की रिकवरी पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि पहली तिमाही में बैंक का प्रॉफिट मार्जिन बरकरार रहे।
बैंक के सीएमडी एस के गोयल बताते हैं कि पहली तिमाही में राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता प्रभावी होने के कारण हमारे लिए काफी मुश्किल भरा समय था। ब्याज दर के बढ़ने के कारण हमारे क्रेडिट ग्रोथ पर असर पड़ा है और यह अपेक्षाकृत धीमा है,लेकिन हमारी रिकवरी रेट अच्छी होने के कारण हम इन मुश्किलों पर पार पा सकेंगे।
25 करोड़ रुपये के प्रारंभिक पूंजी से शुरूआत करेगी। जबकि म्युचुअल फंड और बीमा संबंधी उत्पादों की बिक्रियां हमारी विशेषज्ञ गतिविधियों में से एक होगी। इस कंपनी में बैंक की 49 फीसदी हिस्सेदारी होगी जबकि 26 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी साझीदार की होगी और बाकी 25 फीसदी की हिस्सेदारी घरेलू साझीदारों की होगी। विदेशी साझीदारों को तलाश करने के लिए बैंक ने अर्नेस्ट एंड यंग को बतौर कंसल्टेंट नियुक्त किया है।
इस कंपनी के जरिए बैंक गैर बैंकिंग वित्तीय सेवाओं,वित्तीय गतिविधियों, कर्ज एकीकरण और म्युचुअल फंडों की बिक्री का काम करेगा। इसके अलावा यूको बैंक के सीएमडी एस.के.गोयल के मुताबिक बैंक को भरोसा है कि यह वित्तीय वर्ष 2009 में लक्षित 7.5 अरब रुपये के मुनाफे को हासिल कर लेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बैंक ने अपने सबसे बड़े हिस्सेदार, संघीय सरकार को मुनाफे संबंधी आश्वासन भी दिया है।