लॉकडाउन के कारण अप्रैल में भारी गिरावट के बाद मई में खुदरा भुगतान में सुधार हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी मासिक बुलेटिन के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के 19.66 लाख करोड़ रुपये की तुलना में मई में यह 23 प्रतिशत बढ़कर 24.22 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
मार्च महीने में मूल्य के हिसाब से खुदरा भुगतान 36.03 लाख करोड़ रुपये रहा था।
कुल भुगतानों में डिजिटल भुगतान और पेपर आधारित तरीकों से भुगतान शामिल है, जो मई महीने में 12. प्रतिशत बढ़कर 94.64 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 84.10 लाख करोड़ रुपये था। मार्च में कुल भुगतान मूल्य के हिसाब से 156.5 लाख करोड़ रुपये था।
इसी तरह से डिजिटल भुगतान मई महीने में 11.6 प्रतिशत बढ़कर 92.03 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 82.46 लाख करोड़ रुपये था। कार्ड से भुगतान, जो डिजिटल भुगतान नेटवर्क का हिस्सा है, में भी 60 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है और मई महीने यह बढ़कर 80,274 करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 49,807 करोड़ रुपये था।
एटीएम से नकद निकासी मूल्य के हिसाब से मई महीने में 51 प्रतिशत बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो अप्रैल में 1.29 लाख करोड़ रुपये थी। लेन देन की संख्या या नकद निकासी भी 38 प्रतिशत बढ़कर मई में 40.94 करोड़ रही, जो अप्रैल में 29.63 करोड़ थी।
