facebookmetapixel
25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफाBonus Stocks: हर एक पर पांच शेयर फ्री! ऑटो सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को गिफ्ट, रिकॉर्ड डेट फिक्सBihar Election Results: महागठबंधन की उम्मीदें क्यों टूटीं, NDA ने डबल सेंचुरी कैसे बनाई?इंडिगो 25 दिसंबर से नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए शुरू करेगी घरेलू उड़ानेंDelhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी कियाNowgam Blast: फरीदाबाद में जब्त विस्फोटकों के कारण श्रीनगर में पुलिस थाने में धमाका; 8 की मौत, 27 घायलDecoded: 8वें वेतन आयोग से कर्मचारी और पेंशनरों की जेब पर क्या असर?DPDP के नए नियमों से बढ़ी ‘कंसेंट मैनेजर्स’ की मांगसरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइन

ऋणदाताओं को बाध्यकारी पेशकश करेगा एनएआरसीएल

Last Updated- December 11, 2022 | 8:42 PM IST

राष्ट्रीय परिसंपत्ति पुनर्गठन कंपनी – देश का बैड बैंक मार्च के अंत से पहले बड़़े आकर वाली दबावग्रस्त परिसंपत्तियों को खरीदने के लिए 14 मामलों में ऋणदाताओं को बाध्यकारी पेशकश करेगा।
बैंकरों ने कहा कि केवल चार या पांच मामलों में ही वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 22) के अंत से पहले स्थानांतरण हो सकता है। उन्होंने कहा ‘क्या हमारे पास उनके कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त समय होगा, यह कुछ ऐसी बात है, जिस पर हमें विचार करना होगा।
ऋणदाता कोशिश कर रहे हैं कि क्या कुछ खातों को स्थानांतरित किया जा सकता है। चीजें अप्रैल के बाद से रफ्तार पकड़ेंगी।’
हालांकि एनएआरसीएल द्वारा गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव दिए गए हैं, लेकिन वित्तीय और कानूनी कावयद चल रही है। इसके बाद बाध्यकारी पेशकश की जाएंगी।
एनएआरसीएल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है और स्विस चैलेंज पद्धति का इस्तेमाल करते हुए इन परिसंपत्तियों के लिए प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया का पालन करना होगा। यह बोली लगाने का एक तरीका होता है, जिसे आम तौर पर सार्वजनिक परियोजनाओं में इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें कोई इच्छुक पक्ष किसी परियोजना के लिए बोली या किसी अनुबंध के लिए प्रस्ताव पेश करता है। इसके बाद सरकार परियोजना का विवरण सार्वजनिक करती है और इसके कार्यान्वयन में रुचि रखने वाले अन्य लोगों से प्रस्ताव आमंत्रित करती है।  
ये बोलियों प्राप्त होने पर मूल अनुबंधकर्ता को सर्वोत्तम बोली का मिलान करने का मौका मिलता है। चल रहे दिवाला मामलों के लिए लागू इस स्विस चैलेंज पद्धति में किसी संकटग्रस्त कंपनी या उसकी परिसंपत्तियों के लिए बोली के दो दौर हो सकते हैं।

First Published - March 17, 2022 | 11:31 PM IST

संबंधित पोस्ट