आर्थिक मंदी के दौर में जहां पुरानी नौकरियों पर तलवार लटकी हुई है और नई नौकरियां मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं वहीं देश के सरकारी बैंक इस साल 30,000 नई नौकरियां देने की योजना बना रहे हैं।
बैंकिंग कर्मचारी चयन संस्थान (आईबीपीएस) के निदेशक एम बालचंद्रन का कहना है कि विभिन्न बैंकों के शाखा विस्तार कारोबार में वृध्दि और आक्रामक मार्केटिंग के कारण सरकारी बैंकों में बड़ी संख्या में पेशेवरों की जरूरत हो गई है साथ ही काफी संख्या में बैंककर्मी भी सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं। उनका कहना है कि जल्द ही इन पदों के लिए भर्ती की जाएगी।
