facebookmetapixel
Algo और HFT ट्रेडिंग का चलन बढ़ा, सेबी चीफ ने मजबूत रिस्क कंट्रोल की जरूरत पर दिया जोरमहाराष्ट्र में 2 दिसंबर को होगा नगर परिषद और नगर पंचायत का मतदानउत्तर प्रदेश में समय से शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, किसानों को राहत की उम्मीदछत्तीसगढ़ के किसान और निर्यातकों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, फोर्टिफाइड राइस कर्नल का किया पहली बार निर्यातBihar Elections: दूसरे चरण में 43% उम्मीदवार करोड़पति, एक तिहाई पर आपराधिक मामले; जेडीयू और कांग्रेस भाजपा से आगेIndiGo Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹2,582 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 9.3% बढ़ाNFO Alert: फ्रैंकलिन टेंपलटन ने उतारा नया मल्टी फैक्टर फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाQ2 Results: अदाणी एंटरप्राइजेज का मुनाफा 83.7% बढ़कर ₹3198 करोड़, लेकिन रेवेन्यू 6% घटाMutual Fund में बड़े बदलाव की तैयारी! निवेशकों का बढ़ेगा रिटर्न, फंड मैनेजर्स के लिए राह होगी कठिनकमाई नहीं, टैक्स बचाना है मकसद! नितिन कामत ने बताया भारत के IPO बूम का असली राज

HDFC Bank Q3: NPA 31,012 करोड़ से बढ़कर 36,019 करोड़, Agri Loans में हुई बड़ी चूक

परिसंपत्ति की गुणवत्ता खराब हुई और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़कर 36,019 करोड़ रुपये हो गईं जबकि पिछली तिमाही में यह 34,251 करोड़ रुपये थी।

Last Updated- January 23, 2025 | 9:05 AM IST
HDFC Bank
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता – एचडीएफसी बैंक ने दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 2.2 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया और यह बढ़कर 16,735.5 करोड़ रुपये हो गया। प्रमुख आय में धीमी वृद्धि और कृषि ऋणों में ज्यादा चूक के कारण ऐसा हुआ।

शुद्ध ब्याज आय, जो अर्जित ब्याज और खर्च किए गए ब्याज के बीच का अंतर होता है, पिछले साल की तुलना में 7.7 प्रतिशत बढ़कर 30,650 करोड़ रुपये हो गई जबकि अन्य आय 11,450 करोड़ रुपये के स्तर पर लगभग स्थिर रही। निवेश पर मार्क टु मार्केट लाभ घटकर 70 करोड़ रुपये रह गया जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 1,470 करोड़ रुपये था।

चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज मार्जिन 3.43 प्रतिशत रहा जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में स्थिर रहा। हालांकि यह दूसरी तिमाही के 3.5 प्रतिशत की तुलना में कम रहा। प्रावधान और आकस्मिक राशि 4,220 करोड़ रुपये की तुलना में घटकर 3,150 करोड़ रुपये रह गईं।

परिसंपत्ति की गुणवत्ता खराब हुई और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़कर 36,019 करोड़ रुपये हो गईं जबकि पिछली तिमाही में यह 34,251 करोड़ रुपये और पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 31,012 करोड़ रुपये थी। दिसंबर 2024 के अंत में सकल एनपीए अनुपात 1.42 प्रतिशत था जबकि सितंबर के अंत में यह 1.36 प्रतिशत और एक साल पहले 1.26 प्रतिशत था।

इस तिमाही के दौरान चूक 8,800 करोड़ रुपये रही और कृषि क्षेत्र को छोड़कर यह राशि 6,500 करोड़ रुपये थी। शुद्ध एनपीए अनुपात भी बढ़कर 0.46 प्रतिशत हो गया जबकि सितंबर में यह 0.41 प्रतिशत और एक साल पहले की अवधि में 0.31 प्रतिशत था।

HUL Q3: हिंदुस्तान लीवर के प्रॉफिट ने लगाई 20% की छलांग, खर्च बढ़ा 270 करोड़, मुनाफा हुआ 2989 करोड़

HUL Q3: बड़ी खबर! ब्यूटी ब्रांड Minimalist के अधिग्रहण को मिली कंपनी बोर्ड की मंजूरी; पढ़े, आगे क्या होगा…

HUL Q3: आइसक्रीम कारोबार पर कंपनी बोर्ड ने ले लिया बड़ा फैसला, पढ़िए सारा मामला

 

First Published - January 22, 2025 | 10:12 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट