सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देना बैंक ने सालाना एवं तिमाही परिणामों की घोषणा की। वित्तीय वर्ष 2007-08 के दौरान बैंक के लिए नतीजे खासे उत्साहजनक रहे।
बैंक का कुल लाभ पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 78.50 फीसदी बढ़कर 359.79 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 8.04 फीसदी बढ़कर 686.44 करोड़ हो गया।
बैंक के परिचालन खर्च में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी और यह पिछले साल की तुलना में 6.37 फीसदी बढ़कर 650.44 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने अपने ग्राहकों को इस वित्तीय वर्ष के दौरान 10 फीसदी का लाभांश देने का निर्णय किया है। बैंक ने गांवों की ओर भी ध्यान दिया और बैंक के कृषि क्षेत्र को दिये गये लोन में 27.04 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई।
बैंक का एग्रीकल्चर क्रेडिट बढ़कर 2794.27 करोड़ हो गया जो वर्ष 2007 की समाप्ति तक 2200 करोड़ था। बैंक का छोटे एवं मझोले श्रेणी के उपक्रमों के लिये भी क्रेडिट में बढ़ोत्तरी हुई और यह 23 फीसदी बढ़कर 3885 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने रेलवे स्टेशनों पर 117 एटीएम लगाने के लिये भारतीय रेलवे के साथ समझौता किया है।
इस वित्तीय वर्ष में बैंक ने म्युचुअल फंड के कारोबार को बढ़ाने के लिये तीन और म्युचुअल फंड प्रबंधकों के साथ समझौता किया है। अब बैंक की शाखाओं से 11 प्रकार के म्युचुअल फंड प्राप्त किये जा सकेंगे। बैंक ने भारतीय जीवन बीमा निगम के जीवन बीमा उत्पादों को भी शाखाओं के जरिये बेचने का निर्णय किया है। बैंक ने पोस्टमैन का प्रयोग लोन रिकवरी एजेंट के रुप मे करने का निर्णय किया है।