सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने मार्च 2022 में समाप्त चौथी तिमाही में 1,666.2 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 64.9 फीसदी ज्यादा है। शुद्ध ब्याज मार्जिन में सुधार से लाभ को सहारा मिला।
वित्त वर्ष 22 में बैंक का शुद्ध लाभ 5,678.4 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 21 में 2,557.5 करोड़ रुपये रहा था।
शेयरधारकों को प्रति शेयर 6.50 रुपये लाभांश की सिफारिश की गई है, जो शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा।
बेंगलूरु के लेनदार की शुद्ध ब्याज आय इस अवधि में 24.84 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7,005 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 5,622 करोड़ रुपये रही थी। शुद्ध ब्याज मार्जिन 2.93 फीसदी पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2.51 फीसदी रहा था।
बैंक की गैर-ब्याज आय चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 5.12 फीसदी घटकर 4,462 करोड़ रुपये रह गई।
बैंक की उधारी मार्च 2022 के आखिर में सालाना आधार पर 9.77 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7.4 लाख करोड़ ररुपये पर पहुंच गई। खुदरा कर्ज पोर्टफोलियो सालाना आधार पर 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ मार्च 2022 के आखिर में 1.26 लाख करोड़ रुपये रहा। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी एल वी प्रभाकर ने कहा, बैंक ने वित्त वर्ष 23 में उधारी में 8 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है।
बैंक का सकल एनपीए मार्च 22 में घटकर 7.51 फीसदी रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 8.93 फीसदी रहा था। शुद्ध एनपीए मार्च के आखिर में 2.65 फीसदी रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 3.82 फीसदी रहा था। बैंक का इरादा मार्च 23 तक सकल एनपीए घटाकर 6 फीसदी और शुद्ध एनपीए 3.82 फीसदी पर लाने का है।
बैंक एटी-1, टियर 2 बॉन्डों के जरिए 9,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा।
