बार्कलेज बैंक पीएलसी ने कॉरपोरेट एवं इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और निजी ग्राहक व्यवसाय में अपनी वृद्घि की रफ्तार तेज करने के लिए भारत में (बार्कलेज इंडिया) अपने बैंकिंग परिचालन पर करीब 3,000 करोड़ रुपये की पूंजी खर्च की है। टियर-1 पूंजी में विस्तार से भारत के लिए बार्कलेज की प्रतिबद्घता को मजबूती मिली है। एक बयान में बैंक ने कहा है कि इस निवेश के साथ देश में बैंक की कुल निवेशित पूंजी बढ़कर 8,300 करोड़ रुपये जो जाएगी।
इंडिया रेटिंग्स के अनुसार, जून 2021 तक बार्कलेज इंडिया का टियर-1 अनुपात 14.71 प्रतिशत (वित्त वर्ष 2021 में 14.23 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2020 में 14.87 प्रतिशत) पर था। इससे बैंक को अप्रत्याशित ऋण नुकसान से बचने के लिए जरूरी पूंजी बफर तैयार करने में मदद मिली है।
बार्कलेज के प्रमुख (एशिया प्रशांत और देश में सीईओ) जयदीप खन्ना ने कहा कि बैंक ने मजबूत वृद्घि हासिल करना चाहती है और वह आकर्षक अवसरों का लाभ उठाने की संभावना तलाश रहा है। आर्थिक गतिविधि तेज होने के साथ, ग्राहकों से पूंजी के लिए मांग बढ़ी है। बार्कलेज इंडिया मुख्य तौर अच्छी रेटिंग वाले ग्राहकों और बहुराष्टï्रीय कंपनियों की सहायक इकाइयों को ऋण मुहैया कराती है।
बार्कलेज निवेश बैंक, नकदी प्रबंधन और व्यापार वित्त में परामर्श और जोखिम प्रबंधन व्यवसायों के साथ देश में व्यवसाय के लिहाज से मजबूत स्थिति में है। कई अमीर लोगों और पारिवारिक घरानों की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों में शानदार वृद्घि हुई है। बैंक के अधिकारियों ने कहा कि बड़ी कंपनियां पूंजी खर्च योजनाओं पर आगे बढ़ रही हैं। इस नए निवेश से बैंक को उधारी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
बार्कलेज इंडिया के ऋणों में बिल डिस्काउंटिंग (वित्त वर्ष 2021 में कुल ऋण पोर्टफोलियो के 42 प्रतिशत) और कार्यशील पूंजी ऋण (43 प्रतिशत) शामिल हैं जो मुख्य तौर पर अल्पावधि के हैं। वित्त वर्ष 2021 में बैंक की ऋण बुक सालाना आधार पर 22 प्रतिशत तक घटकर 8,050 करोड़ रुपये रह गई।