कर्ज की मांग में तेज बढ़ोतरी हो रही है। 28 जनवरी, 2022 को समाप्त पखवाड़े में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में बैंक का कर्ज 8.2 प्रतिशत बढ़ा है। इसके पहले के पखवाड़े में (14 जनवरी, 2022) को पिछले साल की तुलना में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह पता चलता है। पिछले 4 महीने के दौरान कर्ज ने गति पकड़ी है, जो आर्थिक तेजी व त्योहारी मौसम की वजह से हुुआ। दूसरी छमाही की शुरुआत (8 अक्टूबर, 2021) में (वित्त वर्ष 22 की दूसरी छमाही) में कर्ज की 6.5 प्रतिशत रही, जो एक व्यस्त सीजन है। रिजर्व बैंक के बैंक लेंडिंग सर्वे बैंकर्स से पता चलता है कि चौथी तिमाही के अंत में सभी प्रमुख क्षेत्रों में कर्ज की मांग बढ़ी है। वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही तक सभी श्रेणी में उधार लेने वालों में कर्ज की मांग की गति बने रहने की संभावना है।