चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2026) के किसी भी पखवाड़े की तुलना में 27 जून को समाप्त पखवाड़े में बैंकिंग व्यवस्था में जमा और ऋण में सर्वाधिक वृद्धि हुई है।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि के दौरान ऋण 1.69 लाख करोड़ रुपये और जमा 3.55 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। बहरहाल सालाना आधार पर बैंक ऋण वृद्धि सुस्त बनी हुई है और यह 9.5 प्रतिशत रही, जो पिछले साल की समान अवधि में हुई 17 प्रतिशत वृद्धि की तुलना में बहुत कम है। इसके विपरीत जमा में सालाना आधार पर 10.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसने एक बार फिर ऋण में हुई वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है। वित्त वर्ष 2026 में अब तक वृद्धिशील ऋण 2.39 लाख करोड़ रुपये और वृद्धिशील जमा 8.45 लाख करोड़ रुपये रहा है।
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इसके पहले के पखवाड़े (13 जून को समाप्त) में सालाना आधार पर ऋण वृद्धि 9.6 प्रतिशत थी, जबकि जमा वृद्धि 10.4 प्रतिशत थी।
30 मई को समाप्त पखवाड़े में ऋण वृद्धि सालाना आधार पर 3 साल के निचले स्तर 8.97 प्रतिशत पर थी, जबकि जमा वृद्धि 9.9 प्रतिशत थी। इसके पहले मार्च 2022 में ऋण वृद्धि 9 प्रतिशत से नीचे आई थी।