संकट से जूझ रहे भारतीय वित्तीय जगत के लिए अच्छी खबर।
प्राइवेट क्षेत्र की ऐक्सिस बैंक का शुध्द मुनाफा 30 सितंबर को खत्म हुई दूसरी तिमाही में 76.8 फीसदी बढ़ा है। इस बढ़ोतरी का प्रमुख कारण बैंक में कम लागत की जमा में हुई वृध्दि और शुल्कों पर आधारित आय बढ़ाना है।
वित्तीय वर्ष 2008-09 की दूसरी तिमाही में बैंक का शुध्द लाभ बढ़कर 402.91 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल 227.82 करोड़ ही था। इसी के साथ बैंक की आय भी बढ़कर 3239.45 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले साल 2059.37 करोड़ रुपये थी। यह जानकारी बैंक की ओर से आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही गई है।
इसके अनुसार बैंक की शुल्कों के जरिए होने वाली आय पिछले साल के 327.65 करोड़ रुपये से 91 फीसदी बढ़कर 626.77 करोड़ रुपये हो गई है जबकि बैंक के चालू और बचत खातों में जमा क्रमश: 36 फीसदी और 49 फीसदी बढ़ी। बैंक के शुध्द एडवांस भी साल दर साल के आधार पर दूसरी तिमाही में 54 फीसदी बढ़े जबकि उसके लोन एडवांसों में अकेले ही 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
दूसरी तिमाही में ऐक्सिस का ऑपरेटिंग प्रॉफिट और शुध्द ब्याज आय क्रमश: 89 फीसदी और 55 फीसदी बढ़कर 874.43 करोड़ और 913.47 करोड़ हो गई। बैंक की बैलेंस शीट सितंबर को खत्म हुई साल की दूसरी तिमाही में साल दर साल के लिहाज से 53 फीसदी बढ़कर 1,27,786.39 करोड़ रुपये की हो गई है।
पिछले साल यह इसी समय पर बैलेंस शीट 83,548.88 करोड़ रुपये की ही थी। बैंक के अनुसार उसकी नॉन परफार्मिंग एसेट (एनपीए) 0.43 फीसदी हो गई हैं। यह पिछले साल इसी समय पर 0.55 फीसदी थीं। इसी के साथ बैंक की ग्रॉस एनपीए भी पिछले साल के 0.95 फीसदी से सुधरकर इस साल 0.91 फीसदी हो गई है बैंक का कैपिटल एडिक्वेंसी रेशियो 12.2 फीसदी था। यह पिछले पिछले मौद्रिक वर्ष में इसी समय 17.59 फीसदी था।