कोलकाता स्थित इलाहाबाद बैंक ग्राहकों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए छह नए रिटेल हब खोलने जा रहा है।
इसके अलावा बैंक फीस आधारित इनकम बढ़ाने के लिए स्पेशल बिजनेस यूनिट स्थापित करने जा रहा है। लघु और मझोले उद्यम जैसे अन्य ऐसे क्षेत्र प्राथमिकताओं की सूची में शामिल हैं।
ये नए रिटेल हब अगले तीन महीनों में स्थापित कर लिए जाएंगे। नए रिटेल हब चेन्नई,भोपाल, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और लखनऊ में खोले जाएंगे। इन नए रिटेल हब से एजुकेशन और ऑटो लोन की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। वर्तमान में रिटेल सेगमेंट का इलाहाबाद बैंक के कुल एडवांस में 17 प्रतिशत का योगदान है।
बैंक के कार्यकारी निदेशक जे पी दुआ ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इन रिटेल सेगमेंट के काम शुरू कर देने से क्रेडिट कं ट्रीब्युशन 2010 तक बढ़कर 25 प्रतिशत हो जाएगा। रिटेल सेगमेंट के काम शुरू कर देने से एजुकेशन लोन और ऑटो लोन निर्गत करने की प्रक्रिया सुगम हो जाएगी।
मसलन जहां एजुकेशन लोन की प्रक्रिया में सामान्यत: दो से तीन दिन लगते हैं वहीं रिटेल हब आ जाने से यह काम मात्र 24 घंटे में पूरा हो जाएगा। ठीक उसी तरह ऑटो लोन की प्रक्रिया जहां फिलहाल एक सप्ताह में पूरे हो पाती है वहीं रिटेल हब की सुविधा हो जाने से यह प्रक्रिया मात्र दो से तीन दिन में पूरी हो जाएगी। इलाहाबाद बैंक ने देश भर के 250 कॉलेजों से गठजोड़ किया है जिसके तहत एजुकेशन लोन के लिए 24 घंटे ऑनलाइन आवेदन लेने की व्यवस्था की गई है।
थर्ड पार्टी प्रोडक्ट्स की बिक्री के लिए स्पेशल बिजनेस यूनिट या एसबीयू से संबंधित योजनाओं के बारे में खुलासा करते हुए कार्यकारी निदेशक दुआ ने कहा कि हमने बैंक के भीतर 140 ऐसी इकाइयों की पहचान की है जो इंश्योरेंस और म्युचुअल फंड प्रोडक्ट्स बेचकर फीस आधारित इनकम में सुधार लाने पर काम करेंगे। दुआ ने आगे बताया कि बैंक वर्ष 2008-09 में 50 करोड़ रुपये कमीशन से कमाना चाहता है।
इलाहाबाद बैंक ने लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन, यूटीआई म्युचुअल फंड, प्रिंसिपल पीएनबी, कोटक महिन्द्रा म्युचुअल फंड और रिलायंय एसेट मैनेजमेंट के साथ समझौता किया है। दुआ ने कहा कि बैंक के कुल कारोबार में पिछले वित्त वर्ष में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और बैंक ने दिसम्बर 2010 तक 2 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है। उन्होंने आगे बताया कि मार्च 2009 तक उनका लक्ष्य 1.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार करने का है।