भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (AU Small Finance Bank Limited) को यूनिवर्सल बैंक में तब्दील होने के लिए ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी देने का फैसला किया है। एयू फाइनेंसियर्स को 2015 में स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) का लाइसेंस मिला था और अप्रैल 2017 में इसने बतौर स्मॉल फाइनेंस बैंक अपना ऑपरेशन शुरू किया था। इस मंजूरी के मिलने के साथ ही एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक भारत का पहला स्मॉल फाइनेंस बैंक बन गया है जिसे यूनिवर्सल बैंक में बदलने के लिए ‘सैद्धांतिक मंजूरी’ मिली है।
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बैंक ने एक बयान में कहा कि यह नियामकीय मंजूरी एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के मजबूत बिजनेस मॉडल, अच्छी गवर्नेंस और वित्तीय समावेशन के प्रति इसकी निरंतर प्रतिबद्धता की एक ठोस पुष्टि है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह मंजूरी बैंक के एक पूर्ण बैंक के रूप में विकास को मान्यता देती है—एक ऐसा बैंक जो आज के ग्राहकों की अपेक्षाओं के अनुरूप रिटेल, बिजनेस और डिजिटल समाधान सहित पूरे दायरे की बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
इस बदलाव के लिए आवेदन 3 सितंबर 2024 को आरबीआई की ‘ऑन टैप’ लाइसेंसिंग गाइडलाइंस (अगस्त 2016) और अप्रैल 2024 में जारी स्मॉल फाइनेंस बैंकों के स्वैच्छिक रूपांतरण के ढांचे के तहत जमा किया गया था।
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के फाउंडर, प्रबंध निदेशक और सीईओ संजय अग्रवाल ने कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक से यूनिवर्सल बैंक में रूपांतरण के लिए इन-प्रिंसिपल अप्रूवल प्राप्त कर हमने इतिहास रच दिया है। यह मील का पत्थर हमारे उद्देश्य, दृढ़ संकल्प और जुनून की फिर से पुष्टि करता है।”
उन्होंने आगे कहा, “एयू सिर्फ एक बैंक नहीं है — एयू एक मिशन है। जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, ‘भारत केवल एक बाजार नहीं है, भारत एक मिशन है।’ एयू में हम हर दिन इस मिशन को जीते हैं। हमारा सफर सिर्फ बैंकिंग तक सीमित नहीं रहा है — यह एक समावेशी, सशक्त और उद्यमशील भारत के निर्माण की दिशा में है।”
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एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के देशभर में 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 2,505 से ज्यादा बैंकिंग टचपॉइंट्स हैं। जून 2025 के अंत तक इसके ग्राहकों की संख्या 1.15 करोड़ से अधिक थी और इसमें 53,000 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।