हरियाणा में विधान सभा चुनाव के अखाड़े में उतरे आधे से अधिक प्रत्याशी करोड़पति हैं। इसके अलावा, नामांकन के दौरान पेश किए हलाफनामे में 13 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा चुनाव में 1028 राजनेता विधान सभा जाने के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 538 यानी 52 प्रतिशत करोड़पति हैं। वर्ष 2019 के विधान सभा चुनाव में 1138 प्रत्याशियों में से 481 अथवा 42 प्रतिशत के पास एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति थी।
इस वर्ष चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 8.68 करोड़ रुपये है जो पिछले चुनाव में केवल 4.31 करोड़ रुपये थी। प्रमुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस के 89 उम्मीदवारों में प्रत्येक के पास औसत संपत्ति 24.40 करोड़ रुपये आंकी गई है जबकि भाजपा के इतने ही प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 24.27 प्रतिशत है। इस चुनाव में 67 मौजूदा विधायक भी दोबारा अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इनकी औसत संपत्ति 21.42 करोड़ रुपये है। वर्ष 2019 के चुनाव में यह आंकड़ा 15.64 करोड़ रुपये पर था। चुनावी हलफनामे के अनुसार 1028 में से 133 यानी कुल 13 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।