तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने राज्य में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों और जूनियर लेक्चरर को पर्मानेंट नौकरी देने के अपने वादे को पूरा नहीं करने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की आलोचना की। रेड्डी ने बताया कि इन कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों ने राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और केसीआर ने पार्टी के 2014 घोषणापत्र में उनके रोजगार को नियमित करने की कमिटमेंट जताई थी।
TPCC के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा लगता है कि केसीआर अपने वादे भूल गए हैं क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री को लिखे लेटर में कांग्रेस नेता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तेलंगाना के अलग राज्य बनने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। लोग अब अपना वेतन पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए, कॉन्ट्रैक्ट व्याख्याता, जिनकी नौकरी मई में पर्मानेंट कर दी गई थी, उन्हें अभी भी अप्रैल का वेतन नहीं मिला है। कई जिलों में डिग्री कॉन्ट्रैक्ट लेक्चरर भी अपने बकाया भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है और उन्हें अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने के लिए कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रेड्डी ने राज्य में भारत राष्ट्र समिति (BRS) सरकार की मंशा पर संदेह जताया और सवाल किया कि क्या वह वास्तव में अपने कर्मचारियों का समर्थन करती है।
उन्होंने शिक्षाविद् कोठारी के शब्दों का उल्लेख किया और इस बात पर जोर दिया कि देश का भविष्य हमारी कक्षाओं में आकार लेता है। रेड्डी को यह अस्वीकार्य लगा कि शिक्षकों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है।
इसके अलावा, रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कॉन्ट्रैक्ट लेक्चरर का समर्थन करेगी और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए एक कार्य योजना बनाएगी।
तेलंगाना विधानसभा, जिसमें 119 सीटें हैं, जनवरी 2024 में अपना कार्यकाल पूरा करने वाली है। उम्मीद है कि भारत का चुनाव आयोग जल्द ही तेलंगाना के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा। राज्य में वर्तमान में के चन्द्रशेखर राव के नेतृत्व में भारत राष्ट्र समिति (BRS) सत्तारूढ़ पार्टी है। इसके अतिरिक्त, तेलंगाना में 40 सदस्यों वाली एक विधान परिषद है।