आम बजट के बाद छोटी कार और मोटरसाइकिल की कीमतों में भली ही कमी देखने को मिली हो लेकिन टै्रक्टर के मामले में ऐसा नहीं है। उत्तर भारत में टै्रक्टर विनिर्माताओं ने अप्रैल 2008 से शुरू हो रहे अगले वित्त वर्ष के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला किया है।
इस क्षेत्र की टै्रक्टर बनाने वाली प्रमुख कंपनियों पंजाब ट्रैक्टर्स लिमिटेड, इंटरनेशनल टै्रक्टर्स लिमिटेड, इंडो फार्म टै्रक्टर्स एंड मोटर्स लिमिटेड और एचएमटी ट्रैक्टर्स ने कीमतों में वृद्धि की तैयार शुरू कर दी है।इसके लिए इस्पात की कीमतों में अनुमान से अधिक तेजी, कलपुर्जो की कीमतों में बढ़ोतरी को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष ए एस मित्तल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि अप्रैल के बाद 31 हार्स पॉवर वाले ट्रैक्टर की कीमत कम से कम 10,000 रुपये अधिक होगी।
मित्तल की कंपनी सोनालिका ब्रांड नाम से ट्रैक्टर बनाती है। ट्रैक्टर उद्योग सामान्य मोटे तौर पर कीमतों में 3 प्रतिशत बढ़ोतरी की तैयारी कर रहा है।सूत्रों ने बताया है कि पंजाब टै्रक्टर लिमिटेड भी कीमतों में 12,000 से 20,000 रुपये तक की बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रहा है।
पंजाब टै्रक्टर हाल में उस समय सुर्खियों में आया था जब महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कंपनी में 43 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी। ट्रैक्टर विनिर्माताओं को हालांकि आम बजट में कृषि ऋण माफ करने की घोषणा के बाद बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
उनका मानना है कि इस फैसले से आने वाले दिनों में ट्रैक्टर की मांग में तेजी आएगी। इंडो फार्म टै्रक्टर्स एंड मोटर्स के उपाध्यक्ष सी एम धर ने बताया कि ‘हमारे ब्रांड की कीमत 7,000 रुपये से 8,000 रुपये तक बढ़ाई जा सकती है और इस समय उत्पादन में बढ़ोतरी की कोई योजना नहीं है।’
एचएमटी ट्रैक्टर्स के अधिकारियों ने इस बारे में टिप्पणी नहीं मिल सकी लेकिन बाजार सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने बिक्री लक्ष्य को 5,000 टै्रक्टर से घटाकर 4,000 ट्रैक्टर कर दिया है।