भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गईं। पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) का आंकड़ा नवंबर में लगातार दूसरे महीने निचले स्तर पर आया।
एसऐंडपी ग्लोबल के मंगलवार को जारी सर्वेक्षण के मुताबिक नए आर्डर कम मिलने और काम पूरा करने की धीमी रफ्तार के कारण पीएमआई का आंकड़ा नवंबर में गिरकर 56.9 पर पहुंच गया जबकि यह अक्टूबर में 58.4 था।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ‘भारत के सेवा क्षेत्र ने तीसरी वित्त तिमाही के मध्य में ही वृद्धि की गति खो दी, हालांकि हम सेवाओं की मजबूत मांग देख रहे हैं जिससे नए आर्डर मिलने और काम पूरा करने की गति बढ़ेगी।’
नवंबर में सूचकांक लगातार 28वें महीने 50 के स्तर से ऊपर रहा। जुलाई, 2021 के बाद से सूचकांक ने यह स्तर कायम रखा हुआ है। दरअसल 50 से ऊपर का स्तर विस्तार और उससे नीचे का गिरावट का माना जाता है।
इस सर्वेक्षण में करीब 400 कंपनियों ने हिस्सा लिया। यह कंपनियां यातायात, सूचना, दूरसंचार, वित्त, बीमा, रियल एस्टेट, गैर खुदरा उपभोक्ता और कारोबारी गतिविधियों से संबंधित थीं। इससे पहले अप्रैल से सितंबर के दौरान सेवा पीएमआई का आंकड़ा औसतन 60 से अधिक रहा था।
कीमतों की बात करें तो कच्चे माल और काम पूरा करने की दरें आठ महीने के निचले स्तर पर फिसल गईं। रोजगार के मोर्चे पर सेवा कंपनियों ने कारोबार के मुख्य तौर पर स्थिर स्तर पर रहने से नई भर्तियां रोकी हैं।