अर्थव्यवस्था

RBI और UAE सेंट्रल बैंक ने लोकल करेंसी में कारोबार के लिए किया समझौता, रुपया- दिरहम में बढ़ेगा ट्रांजैक्शन

समझौते का मकसद भारतीय रुपये (INR) और संयुक्त अरब अमीरात के दिरहम (AED) में सीमा पार ट्रांजैक्शन्स बढ़ाना है

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मनोजित साहा   
Last Updated- July 15, 2023 | 7:23 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सेंट्रल बैंक ऑफ यूएई (CBUAE) ने शनिवार को समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच हुए समझौते का मकसद भारतीय रुपये (INR) और संयुक्त अरब अमीरात के दिरहम (AED) में सीमा पार ट्रांजैक्शन्स बढ़ाना है।

भारतीय रिजर्व बैंक की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों MoU का उद्देश्य सीमा पार लेनदेन को बढ़ाना, पेमेंट्स को सुव्यवस्थित करना और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नह्यान ( Sheikh Mohamed Bin Zayed Al Nahyan) की उपस्थिति में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और सेंट्रल बैंक ऑफ यूएई के गवर्नर खालिद मोहम्मद बलामा (Khaled Mohamed Balama) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

MoU का उद्देश्य एक लोकल करेंसी निपटान प्रणाली (LCSS) को लागू करना है जो करेंट अकाउंट ट्रांजैक्शन्स और परमिटेड कैपिटल अकाउंट ट्रांजैक्शन्स को कवर करता है। इसका मुख्य उद्देश्य INR-AED विदेशी मुद्रा बाज़ार (फॉरेक्स मार्केट) बनाना, निवेश को सुविधाजनक बनाना और दोनों देशों के बीच रकम भेजने की व्यवस्था (remittances) को सुव्यवस्थित करना है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोकल करेंसी के उपयोग से लेनदेन लागत (transaction costs) और ट्रांजैक्शन्स के सेटलमेंट टाइमिंग में सुधार आएगा। इसके साथ ही UAE में रहने वाले भारतीय नागरिकों के स्वदेश भेजे जाने वाले धनप्रेषण में भी लाभ होगा।

इसके अलावा, केंद्रीय बैंकों ने अपने फास्ट पेमेंट सिस्टम (FPS) जैसे भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) और यूएई के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (IPP) के एकीकरण (इंटिग्रेशन) सहित विभिन्न पहलुओं पर सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई है। वे अपने पेमेंट मैसेजिंग सिस्टम, जैसे कि भारत के स्ट्रक्चर्ड फाइनैंशियल मैसेजिंग सिस्टम (SFMS) को यूएई के मैसेजिंग सिस्टम के साथ लिंक करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। और इसी बीच दोनों देश कार्ड स्विचेज भी कनेक्ट करने पर राजी हुए हैं यानी दोनों देशों की केंद्रीय बैंकों ने रूपे (RuPay) और यूएईस्विच (UAESWITCH) को कनेक्ट करने पर सहमति जताया है।

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘UPI-IPP लिंकेज किसी भी देश में यूजर्स को फास्ट, सुविधाजनक, सुरक्षित और कम लागत के साथ सीमा पार फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाएगा।’

विज्ञप्ति में यह भी बताया गया कि कार्ड स्विचों को कनेक्ट करने से डोमेस्टिक कार्डों की आपसी स्वीकृति और कार्ड लेनदेन की प्रोसेसिंग में आसानी होगी। मैसेजिंग सिस्टम के लिंकेज का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय फाइनैंशियल मैसेजिंग को सुविधाजनक बनाना है।

First Published : July 15, 2023 | 7:05 PM IST