भारतीय रिजर्व बैंक ने आज पहली बार एक दिन में दो ओवरनाइट वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (VRRR) की नीलामी की। इसका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में नकदी को कम करना था। बीते चार महीनों से नकदी की तंगी व्यापक रूप से बनी हुई थी। मार्कैट के साझेदारों ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने दिन में बैंकों को कोष जारी किए जाने के कारण VRRR की दूसरी नीलामी की।
केंद्रीय बैंक बुधवार को 50,000 करोड़ रुपये की अन्य VRRR नीलामी भी करेगा। पहली नीलामी को कम मांग प्राप्त हई। इसमें बैंकों ने 75,000 करोड़ रुपये की अधिसूचना पर 27,538 करोड़ रुपये जमा कराए।
हालांकि दूसरी नीलामी में अच्छी मांग रही। बैंकों ने दूसरी नीलामी में 41,804 करोड़ रुपये जमा कराए जबकि अधिसूचित राशि 50,000 करोड़ रुपये थी। बैंकों ने भारित औसत दर 6.49 प्रतिशत पर कोष जमा कराया।
सरकारी बैंक के एक डीलर ने बताया, ‘भारतीय रिजर्व बैंक को यह जरूर जानकारी होगी कि बैंकों को इस दिन फंड हासिल होने वाला है। इसलिए रिजर्व बैंक ने दूसरी नीलामी की थी।’ भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को बैंकिंग प्रणाली में नकदी की कमी 1.21 लाख करोड़ रुपये थी। हालांकि कर की अदायगी किए जाने के कारण 24 जनवरी को नकदी की कमी रिकॉर्ड स्तर 3.46 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी।
बाजार के साझेदार के अनुसार इस सप्ताह के दौरान नकदी की कमी 1.50 लाख करोड़ रुपये से कम रहने की उम्मीद है। निजी बैंक के एक डीलर ने बताया, ‘अगले सप्ताह से कर जमा किए जाने के कारण नकदी का अंतर फिर बढ़ सकता है।’
उन्होंने बताया, ‘सरकार करीब 4 लाख करोड़ रुपये का संचयन कर रही है। यह मार्च के अंत तक खर्च की जा सकती है। लिहाजा तब तक नकदी की यथास्थिति कायम रहेगी।’ भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को VRRR घोषणा किए जाने के बाद मार्केट असमंजस में था। मार्केट के साझेदार ने बताया कि केंद्रीय बैंक रेपो दर के मुकाबले ओवरनाइट मनी मार्केट की दर गिरने के कारण VRRR नीलामी कर रहा है। अभी रेपो दर 6.50 प्रतिशत है।