आयकर और दूसरे करों में रियायत की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को सरकार ने एक झटके में मायूस कर दिया है। सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान कर ढांचे में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने आज कहा, ‘अगले बजट तक करों के ढांचे में किसी तरह की फेरबदल नहीं की जाएगी।’ दरअसल इस साल नियमित बजट जुलाई में किसी वक्त पेश किया जाएगा। लोकसभा चुनाव इसी साल होने की वजह से सरकार फरवरी में अंतरिम बजट पेश करेगी।
मोंटेक ने कहा कि आने वाले वित्त वर्षों में विकास की रफ्तार बनाए रखना और उसे बढ़ाना अहम है। इसीलिए सरकार मौद्रिक और राजकोषीय दोनों तरह के उपायों को पहले की तरह जारी रखेगी। आर्थिक विकास की दर इस साल 7 फीसदी तक रहने की उम्मीद है।
मुद्रास्फीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब यह चिंता का सबब नहीं रह गई है। पिछले साल अगस्त में 12.91 फीसदी तक पहुंच चुकी महंगाई दर जनवरी में 6 फीसदी के भी नीचे आ गई है।