देश का मध्य वर्ग साल 2030 तक जनसंख्या के लगभग 30 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत होने की उम्मीद है जिससे उपभोक्ता वर्ग में वृद्धि होगी, जो बहुत बड़ा अवसर है। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने आज आयोजित अपनी वार्षिक आम बैठक में शेयर धारकों को यह जानकारी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा युवा आबादी, तेजी से हो रहे शहरीकरण, खर्च करने योग्य आय में वृद्धि और बढ़ती आकांक्षाएं भारत में संपूर्ण एफएमसीजी क्षेत्र के लिए अच्छे संकेत हैं।
चंद्रशेखरन ने भू-राजनीतिक तनावों के कारण वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता पर प्रकाश डालते हुए अपना भाषण शुरू किया और कहा कि आपूर्ति श्रृंखलाओं को नया रूप देने वाले बढ़ते-राजनीतिक बदलावों, ऊर्जा सुरक्षा और परिवर्तन के रफ्तार पकड़े तथा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के मुख्यधारा में प्रवेश करने के कारण वैश्विक आर्थिक परिदृश्य अस्थिर रहा है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आधारभूत पूर्वानुमान साल 2024 और 2025 के दौरान 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है और भारत वित्त वर्ष 24 में 8.2 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर के साथ मजबूत विकास बाजार बना रहेगा। उनका मानना है कि विकसित हो रहे व्यापक आर्थिक परिदृश्य के मार्गदर्शन और मूल्य सृजन के अवसरों के इस्तेमाल करने के मामले में टीसीपीएल अच्छी स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि भारत का उपभोक्ता बाजार दीर्घकालिक संरचनात्मक अवसर प्रस्तुत करता है, जो जनसंख्या, बढ़ते मध्यम वर्ग, तेजी से शहरीकरण, बढ़ती प्रयोज्य आय तथा बढ़ती आकांक्षाओं से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि टाटा टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स भारतीय उपभोक्ता बाजार द्वारा प्रस्तुत इस महत्वपूर्ण अवसर का लाभ उठाने के लिहाज से बेहतर स्थिति में है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने अपनी परिवर्तन यात्रा में मजबूत प्रगति की है और एक सर्वश्रेष्ठ एफएमसीजी कंपनी बन गई है तथा इसमें वित्त वर्ष 21 से नवोन्मेष राजस्व में पांच गुना वृद्धि नजर आई है।