अर्थव्यवस्था

Manufacturing PMI: मार्च में 16 साल के हाई लेवल पर पहुंची मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ, इस वजह से हुई वृद्धि

पीएमआई के तहत 50 से ऊपर इंडेक्स होने का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है।

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भाषा   
Last Updated- April 02, 2024 | 12:45 PM IST

Manufacturing Sector PMI: प्रोडक्शन और नए ठेकों में मजबूत वृद्धि के दम पर मार्च में भारत के मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि 16 साल के हाई लेवल पर पहुंच गई।

मौसमी रूप से समायोजित ‘एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक’ (PMI) मार्च में बढ़कर 59.1 पर पहुंच गया जो फरवरी में 56.9 था।

पीएमआई के तहत 50 से ऊपर इंडेक्स होने का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है।

मार्च में विनिर्माण उत्पादन लगातार 33वें महीने बढ़ा

एचएसबीसी की अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा, ‘‘ भारत का मार्च विनिर्माण पीएमआई 2008 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। विनिर्माण कंपनियों में मजबूत उत्पादन और नए ठेकों से नियुक्तियां बढ़ीं।

विनिर्माण उत्पादन मार्च में लगातार 33वें महीने बढ़ा। अक्टूबर 2020 के बाद से यह सर्वाधिक वृद्धि है।

एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने करीब 400 कंपनियों के एक समूह में क्रय प्रबंधकों को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है।

First Published : April 2, 2024 | 11:35 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)