अर्थव्यवस्था

ईरान-इजरायल संघर्ष से भारत के व्यापार पर खतरा, सरकार ने बुलाई आपात बैठक; युद्ध के असर की समीक्षा शुरू

ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच भारत सरकार विदेश व्यापार पर संभावित असर का आकलन करने और जरूरी कदम उठाने के लिए शिपिंग कंपनियों और हितधारकों के साथ बैठक करेगी।

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एजेंसियां   
Last Updated- June 16, 2025 | 10:58 PM IST

सरकार ईरान-इजरायल संघर्ष से पैदा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है,और देश के विदेश व्यापार पर इसके असर का आकलन करने के लिए इस सप्ताह जलयान संचालकों, कंटेनर फर्मों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ बैठक करेगी। वाणिज्य सचिव सुनील बड़थ्वाल ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत के व्यापार पर युद्ध का प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि समय के साथ हालात कैसे बनते हैं।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हम सभी जलयान संचालकों, कंटेनर संगठनों और संबंधित विभागों तथा हितधारकों की एक बैठक इस सप्ताह भी बुला रहे हैं, ताकि उनसे समझा जा सके कि वे किस तरह के मुद्दों का सामना कर रहे हैं और हम इसे कैसे सुलझा सकते हैं।’

निर्यातकों ने कहा है कि अगर युद्ध आगे बढ़ता है, तो इससे विश्व व्यापार प्रभावित होगा और हवाई तथा समुद्री माल ढुलाई दरों में वृद्धि होगी। उन्होंने आशंका जताई कि इस संघर्ष से होर्मुज जलडमरूमध्य और लाल सागर से व्यापारिक जहाजों की आवाजाही प्रभावित होने की आशंका है। भारत का लगभग दो-तिहाई कच्चा तेल और आधा एलएनजी आयात होर्मुज जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है, जिसे अब ईरान ने बंद करने की धमकी दी है।

शोध संस्थान जीटीआरआई के अनुसार होर्मुज जलडमरूमध्य में कोई भी व्यवधान तेल की कीमतों, पोत परिवहन लागत और बीमा प्रीमियम में तेजी से वृद्धि करेगा, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी, रुपये पर दबाव पड़ेगा और भारत का राजकोषीय प्रबंधन जटिल हो जाएगा। इस बीच, यमन में हूती सैन्य नेतृत्व पर 14-15 जून को इजरायल के हमले ने भी लाल सागर क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है, जहां हूती सेना पहले ही वाणिज्यिक पोत परिवहन पर हमला कर चुकी है।

विदेश मंत्रालय ने कहा, स्थिति पर पूरी नजर

इस बीच, केंद्र ने सोमवार को कहा कि तेहरान स्थित भारतीय दूतावास सुरक्षा स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और ईरान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनसे संपर्क कर रहा है तथा कुछ मामलों में उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचा रहा है। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘तेहरान में भारतीय दूतावास लगातार सुरक्षा स्थिति पर नजर रखे हुए है और ईरान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनसे संपर्क कर रहा है।’बयान में कहा गया है, ‘कुछ मामलों में छात्रों को दूतावास की मदद से ईरान में ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।’

ईरान के लगातार हमले, इजरायल ने चेताया

ईरान ने इजरायल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।

  उधर, इजरायल ने दावा किया कि उसने ईरान की राजधानी पर ‘हवाई श्रेष्ठता’हासिल कर ली है। इजराइली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा, ‘अब हम कह सकते हैं कि हमने तेहरान हवाई क्षेत्र में पूर्ण वर्चस्व हासिल कर लिया है।’ इजरायल की सेना ने ईरान की राजधानी के कुछ हिस्सों में रहने वाले लोगों को इजराइली हमलों से पहले वहां से निकल जाने की चेतावनी दी है।

First Published : June 16, 2025 | 10:36 PM IST