केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को उद्योगों का भारत में निवेश करने का आह्वान किया। बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित भारत आर्थिक सम्मेलन में गोयल ने कहा, ‘भारत को दुनियाभर में अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है और विश्व एक ठोस वैकल्पिक विनिर्माण आधार प्रदान करने के लिए भारत की ओर देख रहा है, हमें पहल करनी चाहिए और विश्वास के भारत में निवेश करना चाहिए।’
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय कंपनियों से पूछा था कि उन्हें यहां निवेश करने से क्या रोक रहा है, उसके बाद गोयल का बयान आया है।
गोयल ने उन क्षेत्रों को रेखांकित किया जहां उद्योग भारत के आर्थिक विकास में तेजी लाने में मदद कर सकता है और टियर-2 व टियर-3 जैसे नए शहरों में निवेश की सिफारिश की, जहां उनका मानना है कि ये भारतीय अर्थव्यवस्था के अगले बड़े कारक होंगे। साथ ही मंत्री ने कहा, ‘मैं आपसे उभरती प्रौद्योगिकियों, स्वदेशीकरण, नवाचार और अनुसंधान एवं विकास में निवेश के लिए कहूंगा।’मंत्री ने यह भी कहा कि एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देना चाहिए और सरकार और उद्योग के बीच बातचीत भी बढ़नी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे हमारी मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में व्यापक रूप से भाग लेने का आग्रह करूंगा, जिसके लिए हम नियमित रूप से निर्यात संवर्धन परिषदों, क्षेत्रीय उद्योग संघों और सभी संबंधित पक्षों के साथ परामर्श कर रहे हैं ताकि हमें अपनी बातचीत को बेहतर बनाने और आप सभी के लिए एक अच्छा सौदा प्राप्त करने में मदद मिल सके।’गोयल ने कहा कि अगले 25 साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे उज्ज्वल चरण होगा।
उन्होंने कहा, ‘130 करोड़ भारतीयों के सामूहिक प्रयास से हम निश्चित रूप से 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद तक पहुंच सकते हैं, जब हम स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएंगे और दुनिया के लिए भारत के विकास की कहानी लिखेंगे।’