facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

उद्योग जगत ने निर्यात को बढ़ावा देने वाली योजना के विस्तार की मांग

निर्यात बढ़ाने के लिए आरओडीटीईपी का दायरा बढ़ाने और इसे 31 मार्च तक सभी निर्यातकों के लिए लागू करने का सुझाव

Last Updated- January 06, 2025 | 10:59 PM IST
निर्यातकों के रिफंड दावों के लिए नया वेरिफिकेशन सिस्टम लाएगी सरकार, Government will bring new verification system for refund claims of exporters

वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं को देखते हुए उद्योग जगत ने सरकार से निर्यात केंद्रित इकाइयों (ईओयू) और विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के लिए रेमिशन ऑफ ड्यूटीज ऐंड टैक्सेज ऑन एक्सपोर्टेड प्रोडक्ट (आरओडीटीईपी) जैसी निर्यात को बढ़ावा देने वाली योजना को सितंबर के अंत तक बढ़ाने की मांग की है।

इस समय घरेलू शुल्क क्षेत्र (डीटीए) या घरेलू बाजार से निर्यात के लिए आरओडीटीईपी योजना 30 सितंबर तक लागू है। हालांकि एसईजेड, ईयोयू और एडवांस अथराइजेशन (एए) धारकों के लिए यह योजना 31 दिसंबर को खत्म हो गई है।

आरओडीटीईपी योजना के तहत भारत से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों को इनपुट पर भुगतान किए गए अंतर्निहित गैर-क्रेडिट योग्य केंद्रीय, राज्य और स्थानीय शुल्क को वापस किया जाता है। यह योजना 2021 में शुरू की गई। इसे 1 मार्च, 2024 से अतिरिक्त निर्यात क्षेत्रों- एसईजेड, ईओयू और एए धारकों तक बढ़ाया गया ताकि ‘अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने में निर्यातकों की मदद की जा सके’।

ईओयू और एसईजेड (ईपीसीईएस) के लिए निर्यात संवर्धन परिषद ने व्यय एवं वाणिज्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि आरओडीटीईपी के लाभ निर्यातकों के एक तबके ईओयू, एसईजेड और एए धारकों को न दिए जाने का कोई तर्क नहीं है।

ईपीसीईएस ने यह भी उल्लेख किया है कि बजट की कमी की स्थिति में निर्यातकों के एक छोटे तबके को लाभ से वंचित किए जाने के बजाय, आरओडीटीईपी योजना को सीमित क्षेत्रों व उत्पादों तक सीमित किया जा सकता है।

विशेषकर आरओडीटीईपी के अंतर्गत ईओयू और एसईजेड को कवर करने के लिए बजट की जरूरत सीमित है, क्योंकि ईओयू और एसईजेड से होने वाला निर्यात, कुल वस्तु निर्यात का लगभग 15 प्रतिशत है। निर्यात संवर्धन परिषद ने यह भी सुझाव दिया है कि बजट की कमी की स्थिति में सभी निर्यातकों को सिर्फ 31 मार्च तक के लिए इसमें शामिल किया जा सकता है।

वित्त वर्ष 2025 के केंद्रीय बजट में आरओडीटीईपी योजना के लिए 16,575 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

First Published - January 6, 2025 | 10:59 PM IST

संबंधित पोस्ट