इजरायल ने निर्माण क्षेत्र में तेजी लाने के लिए भारत, चीन व अन्य देशों से करीब 70,000 विदेशी मजदूर लाने की योजना बनाई है। एक सरकारी अधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल में निर्माण श्रमिकों की आवक करीब रुक गई है।
निर्माण एवं आवास मंत्रालय के महानिदेशक येहुदा मोरजेंस्टर्न ने कैलकलिस्ट फाइनैंशियल डेली से कहा कि विदेशी निर्माण श्रमिकों का कोटा 50,000 से बढ़ाकर 70,000 करने की योजना है, जिसे सरकार आने वाले दिनों में मंजूरी देगी।
आवास क्षेत्र को मदद करने के लिए नवंबर मे कोटा 30,000 से बढ़ाकर 50,000 कर दिया गया था। यह क्षेत्र श्रमिकों की कमी से जूझ रहा है क्योंकि इजरायल पर हमास के हमले के बाद से करीब 80,000 फिलिस्तीनी निर्माण श्रमिकों का इजरायल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
मोरजेंस्टर्न ने कहा, ‘मानव संसाधन क्षेत्र में कमी है। यही वजह है कि प्रति इमारत निर्माण की अवधि 2014 के 27 महीने और 2021 के 30 महीने से बढ़कर अब 34 महीने हो गई है।’
मोरजेंस्टर्न ने कहा बगैर द्विपक्षीय समझौते के ही करीब 20,000 विदेशी श्रमिक लाए जाएंगे।