अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को दावा किया कि भारत ने अमेरिकी सामानों पर कोई टैरिफ (आयात शुल्क) न लगाने की पेशकश की है। यह बात उन्होंने कतर में एक बिज़नेस इवेंट के दौरान कही। ट्रंप ने कहा, “भारत अब हमसे कोई टैरिफ नहीं लेना चाहता… पहले वे सबसे ज़्यादा टैरिफ लगाते थे, अब कह रहे हैं ज़ीरो टैरिफ।” हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि ये ऑफर किन सेक्टरों से जुड़ा है या इसकी शर्तें क्या हैं। ट्रंप पहले भी इस तरह की बात कह चुके हैं, लेकिन भारत सरकार की ओर से इस पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।
ट्रंप ने यह बयान Apple कंपनी के भारत में निवेश को लेकर दिया। उन्होंने कहा कि Apple अब अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhone भारत में बनाएगा। यह मैन्युफैक्चरिंग को लेकर एक बड़ा बदलाव है। ट्रंप के मुताबिक, “Apple CEO टिम कुक से मेरी बात हुई। मैंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि आप भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाएं। अगर भारत का ध्यान रखना है तो करिए, लेकिन हमें अमेरिका में निवेश बढ़ाना चाहिए।” ट्रंप ने बताया कि इस बातचीत के बाद Apple ने अमेरिका में भी अपने प्रोडक्शन में निवेश बढ़ाया है, जिसकी कुल राशि 500 मिलियन डॉलर है।
भारत की यह कथित पेशकश ऐसे समय आई है जब दोनों देश 90 दिन की टैरिफ छूट के दौरान व्यापार समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं। यह टैरिफ छूट ट्रंप ने अप्रैल में घोषित की थी। इससे पहले भारत पर ट्रंप की नई व्यापार नीति के तहत 26% का टैरिफ लगाया गया था। Business Standard की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अमेरिका के साथ टैरिफ अंतर को 13% से घटाकर 4% तक लाने की कोशिश कर रहा था।
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ट्रंप पहले भी भारत पर भारी टैरिफ लगाने का आरोप लगाते रहे हैं। भारत में कच्चे माल और मिनरल फ्यूल्स पर 1% तक का टैरिफ है, लेकिन डेयरी और मीट जैसे कुछ कृषि उत्पादों पर 100% तक का शुल्क लगता है। कारों पर भी भारत में करीब 70% तक का टैरिफ लगता है।
ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में सभी ऑटो और ऑटो पार्ट्स के आयात पर 25% का टैरिफ अमेरिका में लगा दिया था। 2019 में उन्होंने भारत की जीएसपी (Generalised System of Preferences) यानी विशेष व्यापार सुविधा को भी हटा दिया था, जिससे भारत को कई सामान बिना शुल्क के अमेरिका भेजने की छूट मिलती थी।