भारत के शीर्ष 10 में से चार निर्यात गंतव्यों संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), नीदरलैंड, चीन और सिंगापुर को दिसंबर में भेजे जाने वाली खेप में गिरावट आई है। वाणिज्य मंत्रालय के आ्रंकड़ों के अनुसार इससे दिसंबर में भारत का कुल वस्तु निर्यात एक प्रतिशत गिरकर 38 अरब डॉलर हो गया।
चीन को होने वाले निर्यात में सर्वाधिक 26.15 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके बाद नीदरलैंड को वस्तु निर्यात में 25.89 प्रतिशत, यूएई को 23 प्रतिशत और सिंगापुर को निर्यात में 10.95 प्रतिशत की गिरावट आई। दूसरी तरफ निर्यात वृद्धि वाले देशों में अमेरिका (8.49 प्रतिशत), ब्रिटेन (6.13 प्रतिशत), सऊदी अरब (50.46 प्रतिशत), बांग्लादेश (33.58 प्रतिशत), जर्मनी (3.85 प्रतिशत) और ऑस्ट्रेलिया (45.86 प्रतिशत) शामिल हैं। भारत के लिए निर्यात का सबसे बड़ा बाजार अमेरिका कायम रहा। इसके बाद दिसंबर में गिरावट आने के बावजूद निर्यात किए जाने वाले प्रमुख देश यूएई और नीदरलैंड थे। दिसंबर में भारत से कुल निर्यात मूल्य में इन 10 देशों को भेजे गए सामान की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत थी।
आयात में उछाल
दिसंबर में भारत में होने वाला कुल आयात 4.9 प्रतिशत बढ़कर 59.95 अरब डॉलर हो गया। भारत के शीर्ष 10 आयातक देशों में से पांच देशों से आयात में उछाल आया। इन पांच आयातक देशों में चीन, रूस, इराक, स्विट्जरलैंड और अमेरिका हैं। दिसंबर में स्विट्जरलैंड से होने वाले आयात में सबसे अधिक 85.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह वृद्धि मुख्य तौर पर सोने के आयात के कारण हुई थी। आंकड़ों के अनुसार इसके बाद अमेरिका (9.88 प्रतिशत), चीन (9.14 प्रतिशत), इराक (3.72 प्रतिशत) और रूस (0.96 प्रतिशत) से आयात में बढ़त हुई।
हालांकि कुछ देशों पर भारत की आयात पर निर्भरता कम हुई। आयात कम होने वाले देशों में यूएई (-2.97 प्रतिशत), सऊदी अरब (-15.49 प्रतिशत), इंडोनेशिया (-19.68 प्रतिशत), दक्षिण कोरिया (-9.28 प्रतिशत) और सिंगापुर (-17.38 प्रतिशत) थे। भारत के वस्तु आयात में इन 10 देशों की हिस्सेदारी 57 प्रतिशत से अधिक थी।