भारत में पिछले सात वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में स्किल का हवाला देने वाले लिंक्डइन प्रोफाइल की संख्या 14 गुना बढ़ गई है। इसी के साथ टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ती प्रतिभा के साथ भारत दुनिया के टॉप पांच देशों में शामिल हो गया है।
भारत, सिंगापुर, फिनलैंड, आयरलैंड और कनाडा सबसे आगे
लिंक्डइन (LinkedIn) के पहले ‘फ्यूचर ऑफ वर्क: स्टेट ऑफ वर्क एआई’ के अनुसार, भारत, सिंगापुर, फिनलैंड, आयरलैंड और कनाडा में एआई स्किल अपनाने की दर सबसे तेज है। स्किल को अपनाना टेक्नोलॉजी से परे कई उद्योगों तक फैला हुआ है जिसमें रिटेल, शिक्षा और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष के दौरान 43 प्रतिशत भारतीय वर्कफोर्स ने अपने संगठनों में एआई के इस्तेमाल में वृद्धि देखी है। इस उछाल ने सभी कर्मचारियों में से 60 प्रतिशत और जेन जी जेनरेशन के कर्मचारियों में से 71 प्रतिशत को यह मानने के लिए प्रेरित किया है कि एआई स्किल प्राप्त करने से उनके करियर की संभावनाओं में सुधार हो सकता है।
तीन में से दो भारतीयों ने कहा कि वे 2023 में कम से कम एक डिजिटल स्किल सीखेंगे
तीन में से दो भारतीयों ने कहा कि वे 2023 में कम से कम एक डिजिटल स्किल सीखेंगे और AI तथा मशीन लर्निंग उन शीर्ष स्किल में से हैं जिन्हें वे सीखना चाहते हैं
रिपोर्ट में 25 देशों के विश्लेषण से पता चला है कि पिछले साल चैटजीपीटी के लॉन्च के बाद अपने प्रोफाइल में एआई स्किल जोड़ने वाले लिंक्डइन सदस्यों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई के युग में क्रेटिविटी और संचार जैसे सॉफ्ट स्किल पर जोर भारत में विशेष रूप से मजबूत है। लगभग 91 प्रतिशत शीर्ष अधिकारी एआई स्किल के बढ़ते महत्व को पहचानते हैं, जो वैश्विक औसत 72 प्रतिशत से अधिक है।
भारतीय वर्कफोर्स का ज्यादातर हिस्सा भी इस भावना से सहमत है। 10 में से 7 (69 प्रतिशत) पेशेवरों का मानना है कि रचनात्मकता और समस्या समाधान जैसे सॉफ्ट कौशल उन्हें काम में एक नया दृष्टिकोण लाने की अनुमति देते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के आधे शीर्ष अधिकारियों का लक्ष्य 2023 में एआई टेलेंट का कौशल बढ़ाना या उन्हें नियुक्त करना है। साथ ही, 57 प्रतिशत अधिकारी अगले साल अपने संगठनों में AI के इस्तेमाल को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।