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बिजली उत्पादन और रेल माल ढुलाई में बढ़ोतरी

Last Updated- December 11, 2022 | 10:44 PM IST

देश में बिजली उत्पादन की मात्रा के साथ-साथ भारतीय रेलवे द्वारा सामान की माल ढुलाई सहित कई साप्ताहिक आर्थिक संकेतकों में तेजी देखने को मिली। साप्ताहिक बिजली उत्पादन, दिन के आंकड़ों की रिपोर्टिंग के आधार पर लगभग दो महीने में सबसे अधिक था। देश भर में बिजली कंपनियों ने 19 दिसंबर को समाप्त हफ्ते के दौरान औसतन 367.3 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया जो एक सप्ताह पहले की के 359.6 करोड़ यूनिट से 2 प्रतिशत अधिक है।
ताजा हफ्ते में बिजली उत्पादन, 2019 के इसी सप्ताह की तुलना में 12.2 प्रतिशत अधिक था और 2020 में इसी सप्ताह के उत्पादन की तुलना में 5.2 प्रतिशत अधिक था।
भारतीय रेल ने ताजा हफ्ते में माल ढुलाई में सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। एक सप्ताह पहले वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही थी। माल ढुलाई से होने वाली कमाई में पहले के 11 फीसदी की तुलना में 9.6 फीसदी की वृद्धि हुई। 2020 में महामारी की शुरुआत होने से पहले की तुलना अब कार्यस्थलों पर जाने वालों की तादाद 3.9 फीसदी अधिक थी। सर्च इंजन गूगल, अनाम लोकेशन डेटा के आधार पर गतिविधियों से जुड़े आंकड़े का मिलान करता है।
रिटेल स्टोर और मनोरंजन वाली जगहों पर जाने वालों की तादाद पहले हफ्ते की तुलना में अधिक रही। आवश्यक खरीदारी मामूली रूप से कम थी लेकिन अब भी यह 2020 केशुरुआती हिस्से की तुलना में 48 प्रतिशत अधिक है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड भी नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन का जायजा लेता है। यह उत्सर्जन औद्योगिक गतिविधियों और वाहनों से आता है। उत्सर्जन की अधिक संख्या अधिक गतिविधि की ओर इशारा करती है। दिल्ली का उत्सर्जन 2019 की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक था। यह एक सप्ताह पहले की तुलना में अधिक है। बांद्रा इलाके के आंकड़ों के आधार पर मुंबई का उत्सर्जन कम रहा है।
वैश्विक लोकेशन प्रौद्योगिकी कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के डेटा से पता चलता है कि यातायात क्रिसमस की छुट्टियों और साल के अंत की वजह से कम है। वर्ष 2019 की तुलना में मुंबई का यातायात 31 फीसदी कम और नई दिल्ली का यातायात 20 फीसदी कम रहा। एक सप्ताह पहले दोनों शहरों में यातायात ज्यादा था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड इन साप्ताहिक संकेतकों का जायजा यह अंदाजा लगाने के लिए करता है कि वर्तमान में अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन कैसा है। आधिकारिक वृहद आर्थिक डेटा अक्सर अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर भी विश्लेषक इसी तरह के संकेतकों पर नजर रख रहे हैं। इससे उन्हें जमीनी स्तर की स्थिति समझने में मदद मिलती है क्योंकि विभिन्न देश कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबंध लगा रहे हैं। उदाहरण के तौर पर फ्रांस और जर्मनी ने ओमीक्रोन संस्करण के प्रसार को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए हैं। गूगल डेटा एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। ताजा आंकड़े 16 दिसंबर के हैं। अन्य सभी आंकड़े रविवार, 19 दिसंबर के हैं।

First Published - December 20, 2021 | 11:22 PM IST

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