facebookmetapixel
दक्षिण भारत के लोग ज्यादा ऋण के बोझ तले दबे; आंध्र, तेलंगाना लोन देनदारी में सबसे ऊपर, दिल्ली नीचेएनबीएफसी, फिनटेक के सूक्ष्म ऋण पर नियामक की नजर, कर्ज का बोझ काबू मेंHUL Q2FY26 Result: मुनाफा 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ पर पहुंचा, बिक्री में जीएसटी बदलाव का अल्पकालिक असरअमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर लगाए नए प्रतिबंध, निजी रिफाइनरी होंगी प्रभावित!सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बढ़ेगी अनुपालन लागत! AI जनरेटेड कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर जरूरीभारत में स्वास्थ्य संबंधी पर्यटन तेजी से बढ़ा, होटलों के वेलनेस रूम किराये में 15 फीसदी तक बढ़ोतरीBigBasket ने दीवाली में इलेक्ट्रॉनिक्स और उपहारों की बिक्री में 500% उछाल दर्ज कर बनाया नया रिकॉर्डTVS ने नॉर्टन सुपरबाइक के डिजाइन की पहली झलक दिखाई, जारी किया स्केचसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला मिथिलांचल बदहाल: उद्योग धंधे धीरे-धीरे हो गए बंद, कोई नया निवेश आया नहींकेंद्रीय औषधि नियामक ने शुरू की डिजिटल निगरानी प्रणाली, कफ सिरप में DEGs की आपूर्ति पर कड़ी नजर

निवेश में बढ़ोतरी और महंगाई में कमी अर्थव्यवस्था को दे सकते हैं रफ्तार: वित्त मंत्रालय

Indian Economy outlook: आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ से जारी समीक्षा के फरवरी संस्करण में कहा गया, ''सार्वजनिक निवेश पर लगातार ध्यान देने से निजी निवेश में बढ़ोतरी हो रही है।

Last Updated- March 22, 2024 | 5:11 PM IST
India's GDP growth rate estimated at 6.4%, slowest in four years भारत की GDP ग्रोथ रेट 6.4% रहने का अनुमान, चार साल में सबसे धीमी

Indian Economy outlook: वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि निजी निवेश में बढ़ोतरी और मुद्रास्फीति में गिरावट के साथ अगले वित्त वर्ष के लिए भारत का परिदृश्य सकारात्मक दिख रहा है।

वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा में यह भी कहा गया कि जनवरी, 2025 से ब्लूमबर्ग बॉन्ड सूचकांक में भारतीय सरकारी बॉन्ड को शामिल करने से विदेशी पूंजी प्रवाह को बढ़ावा मिलेगा। इसमें कहा गया कि खपत में लगातार बढ़ोतरी के बीच मजबूत निवेश गतिविधि वृद्धि को गति दे रही है।

आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ से जारी समीक्षा के फरवरी संस्करण में कहा गया, ”सार्वजनिक निवेश पर लगातार ध्यान देने से निजी निवेश में बढ़ोतरी हो रही है।”

Also read: नहीं होगा Hindustan Zinc का डिमर्जर, सरकार ने खारिज की योजना

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि अनुमान को 7.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया है। भारत ने लगातार तीन तिमाहियों में आठ प्रतिशत से ऊपर की वृद्धि हासिल की है।

मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों ने वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि आठ प्रतिशत के करीब रहने की बात कही है। समीक्षा में कहा गया, ”कुल मिलाकर, भारत को वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआत सकारात्मक रहने की उम्मीद है।” इसमें कहा गया कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में आवासीय संपत्तियों की बढ़ती मांग निर्माण गतिविधियों के लिए अच्छा संकेत है।

First Published - March 22, 2024 | 5:11 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट