हाल के दिनों में गिरावट के रुझान के बाद बिजली उत्पादन और भारतीय रेलवे से जुड़े आंकड़ों में तेजी है। बिजली उत्पादन में पिछले हफ्ते, साप्ताहिक आधार पर, साल 2020 और 2019 के स्तर की तुलना में भी तेजी दिखी है। 26 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह के दौरान देश भर में बिजली की इकाइयों ने औसतन रोजाना 390 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया। यह साल 2020 में इसी सप्ताह की तुलना में 2 प्रतिशत और 2019 की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक थी। पिछले सप्ताह वृद्धि ऋणात्मक रही है। भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई और राजस्व कमाई दोनों के मामले में उच्च वृद्धि दिखाई है। रेलवे द्वारा माल ढुलाई की मात्रा 2020 के समान सप्ताह की तुलना में 4.9 प्रतिशत अधिक थी। यह पिछले सप्ताह में 0.3 प्रतिशत थी। नए आंकड़ों से पता चलता है कि माल ढुलाई से मिलने वाले राजस्व में 10.3 प्रतिशत (पिछले सप्ताह के 8 प्रतिशत की तुलना में) की दर से वृद्धि हुई।
इसके अलावा कार्यस्थलों पर जाने के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई। सर्च इंजन गूगल, अनाम लोकेशन डेटा के आधार पर लोगों की आवाजाही का जायजा लेता है। इसका इस्तेमाल यह देखने के लिए किया जाता है कि दुनिया भर में महामारी के दौरान लोगों के आने-जाने का रुझान कैसा रहा। ये डेटा एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। नया डेटा 21 सितंबर तक का है। कार्यस्थलों का दौरा पिछले सप्ताह के 86.9 प्रतिशत की तुलना में सामान्य स्तर से बढ़कर 90.7 प्रतिशत हो गया।
बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन पर भी निगाह रखता है। यह उत्सर्जन औद्योगिक गतिविधि और वाहनों की वजह से होता है। इस वृद्धि से आर्थिक गतिविधि के संकेत मिलते हैं और इसमें दिखने वाली गिरावट से मंदी के रुझान मिलते हैं। दिल्ली में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में पिछले सप्ताह की तुलना में सुधार हुआ है। पिछले सप्ताह के लगभग 74 प्रतिशत की तुलना में इस गैस के उत्सर्जन का स्तर, सामान्य स्तर के लगभग 77 प्रतिशत पर था। बांद्रा इलाके के आंकड़ों के आधार पर मुंबई में गैसों की उत्सर्जन वृद्धि में सप्ताह के दौरान कमी आई। वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 के स्तर की तुलना में प्रमुख शहरों में यातायात में 17 प्रतिशत की कमी आई है। दोनों शहरों में यातायात में 80 प्रतिशत से अधिक कमी आई जो 2021 में सबसे कम था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए इन संकेतकों का जायजा लेता है। वृहद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े अक्सर अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक विभिन्न देशों में कोविड-19 महामारी के तत्काल आर्थिक प्रभाव को समझने के लिए इन्हीं संकेतकों पर नजर रखते रहे हैं। गूगल डेटा ही अंतराल के साथ जारी किया जाता है। यह डेटा 21 सितंबर तक का है जबकि अन्य सभी आंकड़े रविवार, 26 सितंबर तक के हैं।