सितंबर में देश से हुए निर्यात के आंकड़ों ने थोड़ा उत्साह जगाया था, लेकिन अक्टूबर में निराशा हाथ लगी है। अक्टूबर में निर्यात 5.12 प्रतिशत कम हो गया। यूरोप में कोविड-19 वायरस का संक्रमण फिर बढऩे और अमेरिका में हालात अब भी नाजुक रहने निर्यात के आंकड़ों पर असर हुआ। दवा उत्पादों को छोड़कर पेट्रोलियम उत्पाद, रत्व एवं आभूषण, इंजीनियरिंग वस्तुओं सभी के निर्यात में कमी देखी गई। इससे पहले सितंबर में निर्यात 5 प्रतिशत उछला था, जिससे दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीदें लगाई जाने लगी थीं। उस महीने निर्यात 27.58 अरब डॉलर के साथ लगभग कोविड-19 पूर्व के स्तर 27.65 के स्तर पर पहुंच गया था।
अक्टूबर में आयात में भी 11.53 प्रतिशत की कमी देखी गई। लगातार 8वें महीने से आयात में कमी देखी गई, लेकिन इसमें कमी आने की दर जरूर कम हो गई। अप्रैल में आयात में 58.65 प्रतिशत की कमी देखी गई थी, लेकिन सितंबर में यह आंकड़ा 19.60 प्रतिशत रह गया। इस तरह, व्यापार घाटा अक्टूबर में 11.75 अरब डॉलर के साथ नौ महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। सितंबर में यह आंकड़ा 2.72 अबर डॉल रहा था। अक्टूबर में तेल एवं सोना को छोड़कर दूसरे उत्पादों का आयात 4.90 प्रतिशत कम हो गया। हालांकि सितंबर में इन उत्पादों के आयात में 12.63 प्रतिशत की कमी आई थी। इससे सीधा संकेत मिलता है कि देश में मांग की स्थिति में थोड़ा सुधार जरूर हुआ है। पिछले सात महीनों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में पहली बार बढ़ोतरी दिखी, भले ही यह 0.2 प्रतिशत रही रही।
