facebookmetapixel
दिल्ली में लाल किले के पास कार में धमाका, पास खड़ी दो गाड़ियां जलींVodafone Idea Q2 results: घाटा कम होकर ₹5,524 करोड़ पर आया, रेवेन्यू 2.4% बढ़ाअमेरिका में ट्रंप के टैरिफ पर सुप्रीम कोर्ट का केस बढ़ा सकता है भारत की चिंता, व्यापार समझौते पर बड़ा खतराबजट-पूर्व बैठक में एक्सपर्ट्स ने कृषि सेक्टर में R&D के लिए ज्यादा धनराशि पर जोर दियाअगर बैंक ने ज्यादा पैसे काट लिए या शिकायत पर जवाब नहीं दिया, ऐसे घर बैठे करें फ्री में कंप्लेंटBihar Election 2025: दूसरे चरण में 3.7 करोड़ मतदाता 122 सीटों पर करेंगे 1,302 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसलाBandhan MF ने उतारा नया हेल्थकेयर फंड, ₹100 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसा?Explained: AQI 50 पर सांस लेने से आपके फेफड़ों और शरीर को कैसा महसूस होता है?अगर इंश्योरेंस क्लेम हो गया रिजेक्ट तो घबराएं नहीं! अब IRDAI का ‘बीमा भरोसा पोर्टल’ दिलाएगा समाधानइन 11 IPOs में Mutual Funds ने झोंके ₹8,752 करोड़; स्मॉल-कैप की ग्रोथ पोटेंशियल पर भरोसा बरकरार

इस्पात और चावल पर निर्यात कर बढा

Last Updated- December 06, 2022 | 11:00 PM IST

भारत ने इस्पात उत्पादों और बासमती चावल के निर्यात पर कर बढ़ा दिया है। उम्मीद की जा रही है कि 2005 के रिकार्ड तोड़ चुकी महंगाई को रोकने में मदद मिलेगी और घरेलू आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी।


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 26 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में महंगाई दर बढ़कर 7.61 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सरकार ने आज इस्पात सामग्री और बासमती चावल पर निर्यात शुल्क लगाया जाना अधिसूचित किया। स्टील पर जहां निर्यात शुल्क पांच से दस प्रतिशत होगा, वहीं बासमती चावल पर शुल्क आठ हजार रुपये प्रति टन तय किया गया है।


पिग आयरन, फेरस उत्पादों, स्टील इंगोट पर निर्यात शुल्क 15 प्रतिशत, सरिया और छड़ों पर दस प्रतिशत और जिंक लिपटे या लगे लोहे या गैर अलाय स्टील के फ्लैट रोल्ड उत्पादों पर पांच प्रतिशत होगा।  सरकार ने लोकसभा में वित्त मंत्री पी चिदंबरम की घोषणा के क्रम में निर्यात शुल्क लगाने की अधिसूचना जारी की है।  

First Published - May 12, 2008 | 10:20 PM IST

संबंधित पोस्ट