प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के महोबा से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के दूसरे चरण की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महोबा में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी या रसोई गैस) देकर इसका शुभारंभ किया। मोदी ने कार्यक्रम के दौरान उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया।
मोदी ने कहा, ‘उज्ज्वला कार्यक्रम का दूसरा चरण स्व प्रमाणन को अधिक महत्त्व देगा। यह कार्यक्रम काम धंधे की तलाश में अपने घरों से बाहर निकले लोगों को मुफ्त में एलपीजी का कनेक्शन प्राप्त करने में सहायक होगा।’
चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश पर अपने भाषण को केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा, ‘बुंदेलखंड सहित समूचे उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में लोग अपना घर बार छोड़कर शहर या दूसरे राज्यों में नौकरी की तलाश में गए हैं। वहां उन्हें निवास के प्रमाण की समस्या झेलनी पड़ती है। अब प्रवासी श्रमिकों को उज्ज्वला योजना के कनेक्शन के लिए निवास प्रमाणपत्र के लिए भटकने की जरूरत नहीं है। उन्हें सिर्फ एक स्व प्रमाणित आवेदन देना होगा और गैस कनेक्शन मिल जाएगा। सरकार का प्रयास अब इस दिशा में भी है कि रसोई में पानी की तरह गैस भी पाइप से आए।’
उन्होंने कहा, ‘योजना के पहले चरण में 8 करोड़ गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिए गए।’ उन्होंने कहा कि ‘इस मुफ्त गैस कनेक्शन का लाभ कोविड-19 महामारी के दौरान महसूस किया गया जब जरूरतमंदों को मुफ्त में सिलिंडर बांटे गए।’
मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से राष्टीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में देश में एलपीजी गैस बुनियादी ढांचे में कई गुना विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा, ‘पिछले 6-7 वर्षों में 11 हजार से अधिक एलपीजी वितरण केंद्र खोले गए हैं। यूपी में ऐसे केंद्र अब 4,000 हैं जो 2014 में 2,000 थे।’
मोदी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) कनेक्शन का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘यह एलपीजी का सस्ता और अधिक सुविधाजनक विकल्प होता है।’
उन्होंने बहुत बड़े पैमाने पर पाइप से गैस मुहैया कराने के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। मोदी ने कहा, ‘यूपी सहित पूर्वी भारत के बहुत सारे जिलों में पीएनजी मुहैया कराने पर काम चल रहा है। पहले चरण में यूपी के 50 से अधिक जिलों में 12 लाख परिवारों को इससे जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है।’ पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘घर, बिजली, पानी, शौचालय, रसोई गैस, सड़क, अस्पताल और स्कूल जैसी अनेक मूलभूत आवश्यकताएं हैं, जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतजार देशवासियों को करना पड़ा। यह दुखद है। इनमें से कई समस्याओं का निदान दशकों पूर्व किया जा सकता था।’
उन्होंने कहा कि भारत 100 फीसदी रसोई गैस कनेक्शन कवरेज को छूने के बेहद करीब है क्योंकि विगत सात वर्षों में एलपीजी कनेक्शनों की संख्या में दोगुने से अधिक की वृद्घि हुई है।