भारत सरकार अमेरिका द्वारा लगाए गए 27% अतिरिक्त टैक्स (टैरिफ) के असर का पता लगा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को पीटीआई को इसकी जानकारी दी। यह टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन देशों पर लगाया है जो अमेरिकी सामानों पर ज्यादा टैक्स लगाते हैं।
अधिकारी के मुताबिक, इस टैरिफ का पहला चरण 5 अप्रैल से लागू होगा। इस चरण में अमेरिका में आने वाले सभी सामानों पर 10% ज्यादा टैक्स लगेगा। इसके बाद, 10 अप्रैल से भारत से अमेरिका भेजे जाने वाले सामानों पर कुल 26% टैक्स देना होगा।
सरकार का कहना है कि यह फैसला भारत के लिए पूरी तरह नुकसानदायक नहीं है, क्योंकि इस पर बातचीत की गुंजाइश अभी भी बनी हुई है। ट्रंप सरकार ने संकेत दिया है कि अगर कोई देश अमेरिका की व्यापार से जुड़ी चिंताओं को दूर करता है, तो इस टैरिफ में राहत मिल सकती है।
ट्रंप के इस ऐलान से पहले ही भारत सरकार ने एक कंट्रोल रूम बनाया था, जहां वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर नजर बनाए हुए थे। भारत ने इस टैरिफ से छूट पाने के लिए पहले ही कोशिशें शुरू कर दी थीं। इसी सिलसिले में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल पिछले महीने अमेरिका गए थे। वहां उन्होंने अमेरिका के साथ एक व्यापार समझौते पर बातचीत की, जिसमें इन टैक्सों को कम करने की मांग रखी गई थी।
भारत और अमेरिका अभी एक व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं। दोनों देश इस साल सितंबर-अक्टूबर तक इसके पहले चरण को पूरा करने की योजना बना रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि बातचीत के जरिए इन टैरिफ के असर को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा, भारत पहले ही अमेरिका की चिंताओं को दूर करने के लिए कई कदम उठा चुका है। 1 फरवरी को पेश किए गए केंद्रीय बजट में सरकार ने कस्टम ड्यूटी घटा दी थी। पहले यह अधिकतम 150% थी, जिसे अब 70% कर दिया गया है। औसत आयात शुल्क भी 13% से घटाकर 11% कर दिया गया है।
गुरुवार सुबह (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन टैरिफ की घोषणा की। उन्होंने 2 अप्रैल को “लिबरेशन डे” (मुक्ति दिवस) के रूप में मनाने की भी घोषणा की। ट्रंप ने कहा, “आज मुक्ति दिवस है, एक ऐसा दिन जिसका हम लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। 2 अप्रैल 2025 हमेशा याद रखा जाएगा—आज अमेरिकी उद्योग का पुनर्जन्म हुआ, आज अमेरिका की आर्थिक ताकत वापस आई, और आज से हम अमेरिका को फिर से अमीर बनाएंगे।”
उन्होंने एक चार्ट दिखाया, जिसमें यह बताया गया था कि अलग-अलग देश अमेरिका के सामान पर कितना टैक्स लगाते हैं और अब अमेरिका उन पर कितना टैरिफ लगाएगा।
ALSO READ | Trump Tariffs: भारत पर 26% टैरिफ! डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स का भारत पर क्या असर पड़ेगा? जानें विस्तार से
ट्रंप ने भारत की व्यापार नीतियों की आलोचना करते हुए कहा, “भारत बहुत, बहुत सख्त है। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) अभी-अभी अमेरिका से गए हैं। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा—’आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन आप हमें सही तरीके से नहीं ट्रीट कर रहे हैं। वे हमसे 52% टैक्स लेते हैं।'”
ट्रंप के चार्ट में दिखाया गया कि भारत अमेरिकी सामानों पर 52% टैक्स लगाता है, जिसमें व्यापारिक नियम और मुद्रा से जुड़ी चीजें भी शामिल हैं। इसके जवाब में, अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का फैसला किया, जिसे ट्रंप ने “डिस्काउंटेड” (रियायती) दर बताया।
अब भारत सरकार इस टैरिफ के असर का पता लगा रही है और संभावित समाधान ढूंढ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों पर गहरा असर डाल सकता है।