योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बुधवार को लोगों से कहा कि वे महंगाई की मौजूदा स्थिति से घबराएं नहीं क्योंकि बहुत जल्द उन्हें इससे छुटकारा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि महंगाई की दर भले ही 44 हफ्तों के रिकार्ड पर हो मगर उन्हें भरोसा है कि अगस्त-सितंबर तक इसमें सुधार आएगा। राजधानी में एसोचैम के ‘इंडिया इंक विजन 2020’ कार्यक्रम में अहलूवालिया ने कहा कि 11वीं पंचवर्षीय योजना में 9 फीसदी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का जो लक्ष्य रखा गया था, उसे हासिल करना अब भी संभव है।
उन्होंने कहा कि अगर वर्तमान वित्त वर्ष में आर्थिक विकास की दर 8 फीसदी भी रहती है तो अगले पांच वर्षों के लिए 9 फीसदी का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। अहलूवालिया ने हालांकि चेताया कि 2008-09 के दौरान विकास की गाड़ी धीमी रफ्तार से चलेगी। उन्होंने कहा कि कई अध्ययनों ने अनुमान व्यक्त किया है कि 2008-09 में विकास दर 8.5 फीसदी के करीब रहेगी। उन्होंने कहा, ‘हमें इस विकास दर को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।’
अहलूवालिया ने कहा कि 2007-08 के लिए 8.7 फीसदी के अनुमानित विकास दर में कुछ इजाफा होगा। इस भरोसे के पीछे उनका तर्क है कि औद्योगिक उत्पादन के 2007-08 के लिए अनुमानित दर में वृद्धि होगी। विकास को और समग्र बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अहलूवालिया ने कहा कि भले ही विकास के लिए एक अच्छी नीति बना ली जाए पर अगर इसमें समग्र विकास को शामिल नहीं किया जाता है तो ऐसा विकास लंबे समय तक कायम नहीं रह सकता।
आर्थिक विकास की सुस्त दर को वैश्विक मंदी का प्रभाव बताते हुए उन्होंने कहा कि विकास को गति प्रदान करने के लिए नीतियों को और बेहतर बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था का बेहतर प्रदर्शन स्वभाविक नहीं है बल्कि, इसके लिए बेहतर योजना और ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।