भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने गुरुवार को कहा कि अर्थव्यवस्था का वास्तविक प्रदर्शन उम्मीदों से बेहतर है। उन्होंने कहा कि भौतिक के साथ साथ डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के हिसाब से अर्थव्यवस्था में ढांचागत बदलाव चल रहा है। निजी क्षेत्र में भी पूंजी निवेश में तेजी आने की बात पर जोर देते हुए नागेश्वरन ने कहा कि निजी क्षेत्र का पूंजी सृजन भविष्य की कहानी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘एक ऐसी कहानी सामने आ रही है, जैसा कि हमने कहा था।’
जीडीपी अनुमान पर मीडिया से बातचीत करते हुए नागेश्वरन ने कहा कि औद्योगिक वृद्धि दर अब गति पकड़ रही है और खनन, विनिर्माण और निर्माण जैसे क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे अर्थव्यवस्था की वृद्धि का बेहतर संतुलन बन रहा है। पहले के साल की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 7.2 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत किए जाने के बारे में सीईए ने कहा कि इससे आधार के असर का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर अर्थव्यवस्था सही राह पर है और करीब 7 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
नागेश्वरन ने यह भी कहा कि रेटिंग एजेंसियों को भारत की वृद्धि के अनुमानों पर फिर से विचार करने की जरूरत है कि भारत वृद्धि दर अगर ज्यादा नहीं तो 7 प्रतिशत के निकट रहेगी। नागेश्वरन ने कहा कि उच्च संकेतकों से चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में बेहतर प्रदर्शन जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं, यह बेहतर संकेत है कि गति बनी हुई है।’
सीईए ने कहा कि प्रतिकूल मॉनसून के कारण चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन सुस्त है, लेकिन वित्त वर्ष 25 में इस सेक्टर के प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीण आमदनी बढ़ेगी।