Pakistan vs Sri Lanka: जकड़न से जूझने के बावजूद मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan ) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक के करियर के पहले शतक से पाकिस्तान ने कुसाल मेंडिस और सदीरा समरविक्रम के शतक पर पानी फेरते हुए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के बड़े स्कोर वाले मैच में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की। यह विश्व कप में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत है।
श्रीलंका के 345 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने रिजवान की 121 गेंद में आठ चौकों और तीन छक्कों से नाबाद 131 की पारी और पहला शतक जड़ने वाले शफीक (103 गेंद में 113 रन, 10 चौके, तीन छक्के) के साथ उनकी तीसरे विकेट की 176 रन की साझेदारी से 48.2 ओवर में चार विकेट पर 345 रन बनाकर जीत दर्ज की।
रिजवान ने सऊद शकील (31) के साथ भी चौथे विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी की। शफीक विश्व कप में पाकिस्तान की ओर से पदार्पण करते हुए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने। श्रीलंका ने इससे पहले मेंडिस और समरविक्रम के शतक से नौ विकेट पर 344 रन बनाए जो विश्व कप में किसी पूर्ण सदस्य देश के खिलाफ टीम का सर्वोच्च स्कोर है।
मेंडिस ने 77 गेंद में 122 रन की पारी खेली जो विश्व कप के इतिहास में श्रीलंका की ओर से सबसे तेज शतक है। समरविक्रम ने अपने पहले एकदिवसीय शतक के दौरान 89 गेंद में 108 रन की पारी खेली।
मेंडिस ने पाकिस्तान के गेंदबाजों पर दबदबा बनाते हुए अपनी पारी में 14 चौके और छह छक्के मारे। उन्होंने पथुम निसांका (51) और समरविक्रम के साथ दो शतकीय साझेदारियां की।
पहली बार किसी विश्व कप मैच में चार शतक लगे
इस मुकाबले के दौरान पहली बार किसी विश्व कप मैच में चार शतक लगे। श्रीलंका को दिशाहीन गेंदबाजी का खामियाजा भी भुगतना पड़ा। टीम ने वाइड पर 25 रन दिए और कई कैच भी टपकाए जिससे उसे लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान की शुरुआत खराब रही
लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की शुरुआत खराब रही और टीम ने आठवें ओवर में 37 रन तक ही इमाम उल हक (12) और कप्तान बाबर आजम (10) के विकेट गंवा दिया। मदुशंका ने इमाम को उछाल लेती गेंद पर फाइन लेग पर कुसाल परेरा के हाथों कैच कराने के बाद जबकि बाबर इस तेज गेंदबाज खराब गेंद को विकेटकीपर समरविक्रम के हाथों में खेल गए।
विकेटकीपर मेंडिस के जकड़न के कारण क्षेत्ररक्षण नहीं करने से समरविक्रम विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे थे। सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक ने विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने 10 ओवर में टीम का स्कोर दो विकेट पर 48 रन तक पहुंचाया। शफीक अच्छी लय में नजर आए। उन्होंने दासुन शनाका पर दो चौके जड़ने के बाद मथीसा पथिराना पर पारी का पहला छक्का मारा।
शफीक ने धनंजय डिसिल्वा पर चौके के साथ 19वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया और फिर अगली गेंद पर एक रन के साथ 58 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ। शफीक ने अर्धशतक जड़ने के बाद आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने धनंजय के अगले ओवर में छक्का जड़ने के बाद चरिथ असलंका की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराए।
रिजवान ने भी दुनिथ वेलालागे पर दो चौके मारे जबकि शफीक ने भी इस स्पिनर पर छक्का और चौका जड़ा। उन्होंने मथीसा पथिराना पर चौके के साथ 58 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। शफीक ने मदुशंका पर चौके के साथ 97 गेंद में शतक पूरा किया। उन्होंने इसी ओवर में छक्के के साथ 32 ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। पथिराना ने शफीक को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। स्था
नापन्न खिलाड़ी दुशान हेमंथा ने उनका शानदार कैच लपका। शफीक के आउट होने के बाद रिजवान ने मोर्चा संभाला। उन्होंने धनंजय पर चौका और छक्का मारा। रिजवान को शकील के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। दोनों ने 40 ओवर में टीम का स्कोर तीन विकेट पर 271 रन तक पहुंचाया।
रिजवान इस बीच पैर में जकड़न से जूझते दिखे। पाकिस्तान को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 74 रन की दरकार थी। रिजवान ने पथिराना की गेंद पर एक रन के साथ 97 गेंद में अपना तीसरा शतक पूरा किया। शकील को तीक्षणा की गेंद पर दो जीवनदान मिले जब शनाका और हेमंथा ने उनका कैच टपका दिया।
रिजवान ने वेलालागे पर छक्के के साथ 44वें ओवर में टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया और गेंद और रन के बीच का अंतर कम किया। शकील हालांकि दो जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और तीक्षणा के अगले ओवर में वेलालागे को कैच दे बैठे। पाकिस्तान को अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 31 रन की दरकार थी और टीम ने इसे आसानी ने हासिल किया।