स्टार इंडिया ने आईसीसी टीवी प्रसारण अधिकार करार खत्म करने के एवज में ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के खिलाफ मामला दायर किया है और 94 करोड़ डॉलर की क्षतिपूर्ति का दावा किया है। ज़ी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी से यह पता चला है। ज़ी एंटरटेनमेंट ने कहा है कि स्टार इंडिया (अब डिज्नी स्टार) ने लंदन कोर्ट ऑफ इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन में अपील दायर कर हर्जाना मांगा है।
स्टार इंडिया को ज़ी एंटरटेनमेंट तय समयसीमा में 1.4 अरब डॉलर भुगतान नहीं कर सका। इसके बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। ज़ी ने अपने तर्क में कहा कि 20 करोड़ डॉलर के भुगतान की पहली किस्त चुकाने में विफल रहने के बाद वह भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। इससे पहले ज़ी ने खुलासा किया था कि स्टार इंडिया मौजूदा मध्यस्थता प्रक्रिया में क्षतिपूर्ति मांग रही है लेकिन अभी उसकी राशि तय नहीं है।
ज़ी ने बयान में कहा, ‘कंपनी स्पष्ट रूप से स्टार के सभी अपुष्ट दावों का जोरदारी से प्रतिवाद करती है।’ कंपनी ने कहा, ‘मध्यस्थता अभी शुरुआती चरण में है और लंदन कोर्ट ऑफ इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन को अभी तो यह तय करना है कि कंपनी पर कोई देनदारी बनती है या नहीं। कंपनी गुण-दोष के आधार पर स्टार के बेबुनियाद दावों का विरोध करेगी और अपने सभी अधिकार अक्षुण्ण रखेगी।’ नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ज़ी एंटरटेनमेंट का शेयर 1.35 फीसदी गिरकर 131.20 रुपये पर बंद हुआ।
विश्लेषकों ने नाम उजगार नहीं करने की शर्त पर बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी के मौजूदा वित्तीय पुनर्गठन प्रयासों को देखते हुए 94 करोड़ डॉलर हर्जाने का दावा काफी बड़ी रकम है। उन्हेंने कहा कि निवेशकों की भावना का पता लगाना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि ज़ी के शेयर भाव में खास गिरावट नहीं आई है। लेकिन सकारात्मक घटनाक्रम के अभाव में इस तरह की चीजें जोखिम पैदा करती हैं।
मार्च में यह मुकदमा शुरू हुआ था। बाद में स्टार इंडिया ने लंदन मध्यस्थता पंचाट में मामला दायर किया। एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार स्टार ने 16 सितंबर को लंदन मध्यस्थता अदालत के समक्ष हर्जाने की मांग रखते हुए यह घोषित करने का भी अनुरोध किया कि उसने ज़ी एंटरटेनमेंट के साथ गठजोड़ करार खत्म कर दिया है। स्टार ने मध्यस्थता अधिकरण के फैसले की तारीख के आधार पर हर्जाना तय किए जाने की भी मांग की है।
ज़ी एंटरटेनमेंट और स्टार इंडिया के बीच मूल समझौते पर 26 अगस्त, 2022 को हस्ताक्षर किए गए थे। समझौते के तहत ज़ी आईसीसी के प्रमुख आयोजनों की अहम प्रसारक थी जिसमें आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप और आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप का प्रसारण अधिकार भी शामिल है। इसके तहत स्टार इंडिया ने 2024-27 तक के लिए आईसीसी पुरुष टूर्नामेंटों के लिए ज़ी को टीवी प्रसारण का उप-लाइसेंस दिया, जिसे बाद में अनुबंध संबंधी उल्लंघनों के आरोपों का हवाला देते हुए अगस्त 2024 में समाप्त कर दिया गया।
ज़ी ने दावा किया कि स्टार इंडिया ने समझौते का उल्लंघन करते हुए करीब 80 लाख डॉलर के भुगतान की मांग की। इसके अलावा पिछले महीने ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया ने 10 अरब डॉलर के अपने विफल विलय पर एक-दूसरे के खिलाफ सभी दावों को सुलझा लिया है और मामले वापस ले लिए। ज़ी ने 2026 तक बेहतर मार्जिन हासिल करने के लिए पैसे भी जुटाए हैं और खर्च घटाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी भी की है।