वोडाफोन आइडिया (Vi) ने हाल ही में सफल फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) पूरा किया है और अब वह अपने 4G नेटवर्क को अपग्रेड करने की योजना बना रही है। इस अपग्रेड के लिए कंपनी ने नोकिया और एरिक्सन के साथ बातचीत तेज कर दी है। उम्मीद है कि जून-जुलाई 2024 में ही इन कंपनियों को नेटवर्क अपग्रेड का ऑर्डर दे दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार इसी दौरान वीआई, 5G नेटवर्क के लिए भी इन कंपनियों के साथ शुरुआती एग्रीमेंट कर सकती है।
वोडाफोन आइडिया (Vi) ने हाल ही में 18,000 करोड़ का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) पूरा किया है। इस राशि में से कंपनी पूंजीगत व्यय (capital expenditures) के लिए 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है, जिसका आधा हिस्सा यानी 7,000 करोड़ रुपये अपने 4G नेटवर्क के विस्तार पर खर्च करेगी।
हालांकि, पिछले अनुभवों को देखते हुए कंपनी विक्रेताओं (vendors) के साथ कॉन्ट्रैक्ट में सावधानी बरतेगी और सुरक्षा उपाय (protective clauses) शामिल करेगी। दरअसल, पिछले साल Vi को उपकरण प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था क्योंकि सप्लायर्स ने क्रेडिट पर देने से इनकार कर दिया था। FPO के अलावा Vi ऋण के जरिए 25,000 करोड़ रुपये और जुटाना चाहती है।
इसके अलावा, वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने हाल ही में 2,075 करोड़ रुपये के अधिग्रहण को मंजूरी दी है। कंपनी का मुख्य फोकस अब अपने 4G नेटवर्क के विस्तार पर है। यह कदम रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी कम्पनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने और घटती ग्राहक संख्या को रोकने की उनकी रणनीति का एक अहम हिस्सा है।
जानकारों की मानें तो 2018 में हुए विलय के बाद से वीआई की बाजार हिस्सेदारी में 19% की गिरावट का मुख्य कारण नेटवर्क में अपर्याप्त निवेश है। दरअसल, 5G सेवाएं शुरू करने से पहले वीआई के लिए अपने 4G नेटवर्क को मजबूत करना जरूरी है।
ET के हवाले से एक सूत्र ने कहा, “वोडाफोन आइडिया (वीआई) को अपने 5जी रोलआउट से पहले एक अड़चन का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, कंपनी के मौजूदा 4जी नेटवर्क में चीनी विक्रेताओं के उपकरणों का बड़ा हिस्सा है, लेकिन सरकार ने 5जी में चीनी कंपनियों को शामिल करने पर रोक लगा दी है।
इसका मतलब है कि वीआई को पहले यूरोपीय विक्रेताओं, जैसे नोकिया और एरिक्सन के साथ मिलकर अपने 4जी नेटवर्क को अपग्रेड करना होगा, उसके बाद ही वे 5जी सेवाएं शुरू करने की योजना बना सकते हैं।”
वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने आने वाले समय में अपनी 5जी सेवाओं को शुरू करने की योजना का ऐलान किया है। कंपनी का लक्ष्य अगले 24-30 महीनों में 40% राजस्व वाले इलाकों में 5जी सेवाएं पहुंचाना है। इसके लिए वीआई अगले 6-9 महीनों के अंदर ही शुरुआत कर देगी।
कंपनी कम खर्च वाली नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) तकनीक का इस्तेमाल करेगी, जैसा कि एयरटेल ने किया है। जियो के विपरीत वीआई स्टैंडअलोन (SA) मोड का चुनाव नहीं करेगी। NSA मोड मौजूदा 4G नेटवर्क का इस्तेमाल कर 5G सर्विस देने में सक्षम है।
NSA मोड में 5G सेवाएं देने के लिए मौजूदा 4G इंफ्रास्ट्रक्चर का ही सहारा लिया जाता है। कंपनी पंजाब जैसे कुछ इलाकों में मावेनिर जैसी ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) विक्रेताओं के साथ भी टेस्टिंग कर रही है।