भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा देश भर में चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के दौरान हैम्लीज, आर्चीज और डब्ल्यूएच स्मिथ सहित कुछ ब्रांडों के आउटलेट्स पर छापे मारे गए।
छापेमारी के दौरान हैम्लीज के आउटलेट से 249 खिलौने जब्त किए गए, जो रिलायंस इंड्स्टीज का खिलौना ब्रांड है। आर्चीज के स्टोर से करीब 118 और डब्ल्यूएच स्मिथ के स्टोर्स से करीब 65 खिलौने जब्त किए गए हैं।
बीते एक माह के दौरान देशभर में हैम्लीज, डब्ल्यूएच स्मिथ और आर्चीज समेत प्रमुख खुदरा स्टोरों से 18,600 खिलौने जब्त किए गए हैं, जिन पर भारतीय मानक ब्यूरो का निशान नहीं था। ये खिलौने देशभर में मॉल और हवाई अड्डों पर स्थित स्टोरों से जब्त किए गए हैं। जिन शहरों में छापे मारे गए, उनमें अंबाला, देहरादून, पश्चिम बंगाल, सूरत, वडोदरा, जम्मू और मदुरै शामिल हैं।
इस बीच उपभोक्ता संरक्षण नियामक CCPA ने प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों एमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील को खिलौनों में गुणवत्ता नियंत्रण के कथित उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने एक जनवरी, 2021 से खिलौनों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के सुरक्षा नियमों के अनुपालन को अनिवार्य कर दिया है।
BIS के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा, ‘हमें घरेलू विनिर्माताओं से शिकायतें मिली थीं कि ऐसे खिलौनों की बिक्री की जा रही है जो बीआईएस मानकों पर खरे नहीं उतरते। हमने बीते एक महीने में 44 छापे मारे और प्रमुख खुदरा स्टोरों से 18,600 खिलौने जब्त किए।’
उन्होंने बताया ये छापेमारी देशभर के मॉल और प्रमुख हवाई अड्डों पर हेमलेज, आर्चीज, डब्ल्यूएच स्मिथ, किड्ज जोन और कोकोकार्ट के स्टोर समेत कई खुदरा दुकानों पर की गई थी।
तिवारी ने कहा कि BIS कानून के तहत खुदरा विक्रेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) की प्रमुख निधि खरे ने कहा, ‘BIS गुणवत्ता प्रमाणन के बगैर खिलौनों की बिक्री करने के लिए हमने एमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील को भी नोटिस जारी किए हैं।’