बिड़ला समूह की कंपनी केसोराम इंडस्ट्रीज के विभाजन की कहानी में नया मोड़ आ गया है। बी के बिड़ला ने केसोराम इंडस्ट्रीज में विभाजन की संभावनाओं से इनकार कर दिया है।
बिड़ला ने साफ ऐलान कर दिया कि उनके कमान छोड़ने यानी रिटायर होने के बाद भी केसोराम इंडस्ट्रीज का विभाजन नहीं होगा। उनके बाद इस कंपनी को उनकी बेटी मंजुश्री बिड़ला और उनके पौत्र कुमार मंगलम बिड़ला मिलकर देखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘हम शेयरधारकों के हितों का ध्यान रखेंगे।’ उन्होंने कहा कि केसोराम की कुछ इकाइयों का कार्य मंजुश्री देखेंगी और कुछ कुमारमंगलम बिड़ला देखेंगे। बिड़ला ने इकाइयों के बंटवारे के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने यह नहीं बताया कि किस इकाई की देखरेख दोनों में से कौन करेगा। उन्होंने कहा, ‘अब किसे कौन सी इकाई चाहिये इसका फैसला वे दोनों ही करेंगे।’
मंजुश्री कंपनी के निदेशक मंडल में पहले से ही हैं जबकि कुमार मंगलम बिड़ला को अभी इसमें शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘कुमार को कभी भी निदेशक मंडल में शमिल किया जा सकता है। इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन निदेशक मंडल में शामिल होने के बाद उन्हें हर तीन महीने में कोलकाता आना पड़ेगा। ‘ सत्तासी वर्षीय बिड़ला ने 90 वर्ष की आयु में सेवानिवृत होने की योजना बनाई है।