Haldiram stake sale: हल्दीराम के स्वाद अब सिंगापुर की खुशबू से मिलने वाले हैं। सिंगापुर की सरकारी निवेश फर्म टेमासेक हल्दीराम स्नैक्स फूड्स में 10% हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। इस डील में कंपनी का कुल वैल्यूएशन करीब 10 बिलियन डॉलर आंका गया है। हल्दीराम के प्रमोटर्स, यानी अग्रवाल परिवार को कई बड़े प्लेयर्स से ऑफर मिले थे। इनमें ब्लैकस्टोन और बैन कैपिटल भी शामिल थे। लेकिन टेमासेक का ऑफर बाकी सबसे बेहतर निकला। ब्लैकस्टोन ने 20% हिस्सेदारी के लिए प्रस्ताव दिया था, लेकिन कम वैल्यूएशन की वजह से यह डील नहीं हो सकी।
मनीकंट्रोल में छपी खबर के अनुसार, डील को फाइनल करने से पहले टेमासेक पूरी ड्यू डिलिजेंस कर रहा है। अगले एक महीने में यह फर्म बाइंडिंग ऑफर पेश कर सकती है। अगर यह डील फाइनल हो जाती है, तो यह भारत की सबसे बड़ी डील्स में से एक होगी।
साथ ही हल्दीराम के प्रमोटर्स जल्द ही IPO लाने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि अगले साल तक कंपनी स्टॉक मार्केट में दस्तक दे सकती है। टेमासेक भारत के हेल्थकेयर, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और आईटी सेक्टर में बड़े मौके देख रहा है। कंपनी ने 2027 तक भारत में 10 बिलियन डॉलर निवेश का लक्ष्य रखा है।
हल्दीराम ग्रुप का कारोबार भारत में तीन हिस्सों में बंटा है – दिल्ली, नागपुर और कोलकाता। लेकिन दिल्ली और नागपुर परिवारों ने हाल ही में अपने एफएमसीजी बिजनेस को मर्ज करके हल्दीराम स्नैक्स फूड्स प्राइवेट लिमिटेड (HSFPL) नाम की नई कंपनी बनाई। यह कंपनी अब पूरे ग्रुप का कंज्यूमर प्रोडक्ट्स बिजनेस संभाल रही है।
वित्त वर्ष 2023 में हल्दीराम ने 6,375 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया, जो पिछले साल के 5,195 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है। इतना ही नहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट 74% बढ़कर 593 करोड़ रुपये हो गया।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
विशेषज्ञों का कहना है कि हल्दीराम के पास वैश्विक बाजार में बड़ी संभावनाएं हैं। टेमासेक की यह डील न केवल कंपनी की ग्रोथ को रफ्तार देगी, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी मजबूत बनाएगी।