मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज (Manipal Health Enterprises) में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के बाद टेमासेक अब अगले 18 से 36 महीनों में 3,600 बेड बढ़ाने की योजना तैयार कर रही है। भारतीय कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए नए अस्पतालों का विस्तार और अधिग्रहण किया जाएगा ताकि अस्पताल श्रृंखला (hospital chain) में करीब 12,000 बेड हो जाए।
सिंगापुर की कंपनी टेमासेक ने बेंगलूरु के मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज (MHE) में 40,000 करोड़ रुपये में अपनी 41 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ाई है। MHE के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि उनकी रणनीति और विकास के प्रति दृष्टिकोण में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। टेमासेक की अब MHE में 59 फीसदी की बहुलांश हिस्सेदारी हो गई है।
मणिपाल हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकाधिकारी (MD &CEO) दिलीप जोस ने अस्पताल श्रृंखला के मौजूदा शेयरधारक और मणिपाल समूह के अध्यक्ष का जिक्र करते हुए बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘कोई नया निवेशक नहीं आ रहा है, सिर्फ शेयरधारिता के अनुपात में बदलाव हुआ है। टेमासेक, टीपीजी और रंजन पई निवेशक बने हुए हैं, जो योजना और रणनीति बनाने में सक्रिय रूप से शामिल रहे थे।
साथ ही जोस ने कहा कि टेमासेक पिछले छह वर्षों से और टीपीजी पिछले आठ साल से निवेशक है। अगले पांच साल के विकास की योजना तैयार कर ली गई है और इसे बोर्ड से मंजूरी भी मिल गई है।
जोस ने कहा मणिपाल बेंगलूरु में तीन और रायपुर में एक नया अस्पताल बना रहा है। यह अगले 18 से 36 महीनों में और 1,100 बेड जोड़ेगा। यह डेढ़ करोड़ रुपये प्रति बेड या करीब 1,650 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के निवेश पर आ रहा है। इसके अलावा, एमएचई अगले तीन वर्षों में 2,500 और बेड जोड़ने की उम्मीद कर रहा है।
टेमासेक ने MHE में अतिरिक्त 41 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया है, जिसकी स्थापना सन् 1991 में डॉ. रामदास पई ने की थी। सौदा पूरा होने के बाद मणिपाल समूह के पास MHE का लगभग 30 फीसदी हिस्सा होगा। टेमासेक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और स्वतंत्र रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो शीरेस हेल्थकेयर ग्रुप अपनी मौजूदा 18 फीसदी हिस्सेदारी बरकरार रखेगी।
टीपीजी अपने नए एशिया फंड के माध्यम से MHE में 11 फीसदी की हिस्सेदारी रखेगी। इससे मणिपाल में बने रहने के लिए एक दीर्घावधि मिलेगी।
बाजार के सूत्रों ने बताया टेमासेक उन संपत्तियों दीर्घावधि तक निवेश करती है, जहां वह संभावना देखती है। उदाहरण के लिए, मेदांता में टेमासेक की 18 फीसदी हिस्सेदारी है, लेकिन कंपनी आईपीओ के दौरान भी बाहर नहीं हुई।