दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vi) के निदेशक मंडल ने कर्ज और इक्विटी के जरिये 45,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी। कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल अपनी 4जी सेवा का दायरा बढ़ाने, 5जी नेटवर्क तैयार करने तथा क्षमता विस्तार पर करेगी।
कंपनी ने बयान में कहा कि अगली तिमाही तक नया निवेश लाकर इक्विटी और/या इक्विटी से जुड़े दूसरे साधनों के जरिये 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की उसकी योजना है।
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि बाहरी निवेशक से पूंजी जुटाने पर बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है मगर इसके बारे में उसने ज्यादा नहीं बताया। बोर्ड ने पूंजी जुटाने की योजना को अमली जामा पहनाने के लिए कंपनी को बैंकर, वकील और सलाहकार नियुक्त करने की जिम्मेदारी दे दी है।
कंपनी ने कहा कि इक्विटी पूंजी बॉन्ड, परिवर्तनीय डिबेंचर, वारंट, ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट, अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट या विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड के सार्वजनिक निर्गम, निजी नियोजन, तरजीही निर्गम अथवा पात्र संस्थागत नियोजन जैसे किसी भी माध्यम से जुटाई जा सकती है।
2 अप्रैल को शेयरधारकों की बैठक बुलाई जाएगी और इक्विटी पूंजी जुटाने के प्रस्ताव पर उनसे मंजूरी ली जाएगी। इक्विटी जुटाने के प्रस्तावित अभियान में प्रवर्तक भी भागीदारी करेंगे। वोडाफोन आइडिया में आदित्य बिड़ला समूह की 18.1 फीसदी, केंद्र सरकार की 33 फीसदी और ब्रिटेन के वोडाफोन ग्रुप की 32.3 फीसदी हिस्सेदारी है। अतीत में वोडाफोन समूह ने भारतीय इकाई में और पूंजी लगाने से इनकार कर दिया था।
मंजूरी की इस खबर का असर वोडा-आइडिया के शेयर पर भी दिखा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर आज 6 फीसदी चढ़कर 16 रुपये पर बंद हुआ, जिससे कंपनी का कुल बाजार मूल्य 77,254 करोड़ रुपये रहा।
एक विश्लेषक ने कहा, ‘कंपनी के शेयर पर कल दबाव दिख सकता है क्योंकि बाजार नए निवेश की घोषणा की उम्मीद कर रहा था, जो अभी नहीं आया है। इससे पहले भी कंपनी पूंजी जुटाने के इस तरह के प्रस्ताव मंजूर कर चुकी है।’
कंपनी ने कहा कि वह कर्ज जुटाने के लिए ऋणदाताओं से भी बात कर रही है मगर यह काम इक्विटी पूंजी जुटाने के बाद किया जाएगा। अभी कंपनी पर बैंकों का करीब 4,500 करोड़ रुपये का कर्ज है।
वोडा-आइडिया ने कहा, ‘इस निवेश से कंपनी को होड़ में आगे बढ़ने तथा ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने में मदद मिलेगी।’
कंपनी ने कहा कि पिछले कुछ समय में उसका परिचालन सुधरा है और पिछली 10 तिमाहियों में उसके 4जी ग्राहकों की संख्या और प्रति उपयोगकर्ता औसत आय भी बढ़ी है।
कंपनी जिन कंपनियों में दूरसंचार सेवा दे रही है वहां प्रतिस्पर्धी दरों पर डेटा और वॉयस सुविधा देने पर उसका जोर है। पूंजी जुटाने की योजना तब आई है, जब दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का घाटा अक्टूबर-दिसंबर, 2022 के 7,990 करोड़ रुपये से 12.5 फीसदी कम होकर 6,985 करोड़ रुपये रहा है।