आईटी सेवा प्रदाता टेक महिंद्रा ने टेकवर्स की पेशकश के साथ मेटावर्स खंड में अपने प्रवेश की घोषणा की है। टेकवर्स ग्राहकों के लिए मेटावर्स में व्यापक जानकारी एवं अनुभव मुहैया कराने वाली प्रणाली है। कंपनी इस पेशकश को वैश्विक तौरपर अपने 1,200 ग्राहकों तक पहुंचाएगी।
टेकवर्स एक ऐसी अलग इकाई होगी जिसकी उपस्थिति कंपनी के अंदर होगी और वह उससे संबंधित सभी सेवाओं और तकनीकी सेगमेंट का लाभ उठाएगी। टेक महिंद्रा अपनी बुनियादी तकनीकी क्षमताओं के साथ साथ नेटवर्क एवं ढांचागत क्षमताओं का लाभ उठाएगी, जिनमें कृत्रिम मेधा (एआई), ब्लॉकचेन, 5जी, ऑग्मेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर), और सभी क्षेत्रों के लिए बी2बी से संबंधित क्वांटम कम्यूटिंग शामिल हैं।
मेटावर्स के चयन को बढ़ावा दिए जाने की मुख्य वजहों में से एक 5जी है। टेक महिंद्रा के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सी पी गुरनानी ने कहा, ‘5जी से मेटावर्स को बढ़ावा मिलेगा। 5जी ऐसे इन्फ्रास्ट्रक्चर का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है, जिसकी जरूरत मेटा कॉमर्स निर्माण के लिए होती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर अनुभव, गणना से लेकर अब कॉमर्स तक, टेक महिंद्रा तक, टेक महिंद्रा का प्लेटफॉर्म टेकवर्स एआई, एआर/वीआर और ब्लॉकचेन 5जी में हमारी गहन दक्षता के बीच आसान समेकन को सक्षम बनाएगा।’
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी पुणे और हैदराबाद में अपनी मेकर लैब्स का भी इस्तेमाल करेगा और यह सुनिश्चित करने के लिए करीब 1,000 इंजीनियरों को प्रशिक्षित करेगी कि वे उसके ग्राहकों के लिए कठिन व्यावसायिक चुनौतियों के समाधान को तैयार रहें। टेकवर्स कंपनी की एनएक्सटी डॉट नाउ रणनीति पर भी ध्यान दे रही है, जिसका मकसद मानव केंद्रित अनुभव बढ़ाना है। गुरनानी ने यह भी कहा कि अब तक उन्हें खेल प्रशिक्षण, लक्जरी रिटेल, हेल्थकेयर जैसे सेगमेंटों के लिए मेटावर्स के शुरुआती चयन में दिलचस्पी दिखी है।
इसके अलावा, टेक महिंद्रा ने विशेष डिजिटल कलेक्टीबल्स पेश करने के लिए महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के साथ भी भागीदारी की है। इस भागीदारी की शुरुआत डिजिटल कलेक्टीबल्स के कई ब्रांडों में से एक पर आधारित सीरीज के साथ की गई है। ये क्लेक्टीबल सूचीबद्घ होंगे और टेक महिंद्रा के एनएफटी मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म के जरिये बिक्री के लिए पेश किए जाएंगे।
महिंद्रा लॉजिस्टिक की हुई जिपजैप
थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक समाधान प्रदाता महिंद्रा लॉजिस्टिक्स (एमएलएल) ने कहा है कि उसने जिपजैप लॉजिस्टिक्स में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी है। जिपजैप अपने ‘विजार्ड’ ब्रांड के तहत परिचालन करती है।
महिंद्रा हैदराबाद स्थित कंपनी में 60 प्रतिशत हिस्सा दो हिस्सों में प्राथमिक और सेकंडरी खरीदारी के जरिये 71.73 करोड़ रुपये में खरीदेगी। वह बाद के चरण में शेष हिस्सेदारी भी खरीदेगी और फिर पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई बन जाएगी। एमएलएल यह अधिग्रहण 30 नवंबर 2023 से पहले पूरा करेगी।
इस अधिग्रहण से एमएलएल को उन छोटे शहरों और कस्बों में पैठ बढ़ाने में मदद मिलेगी, जहां विजार्ड की अच्छी उपस्थिति है। बीएस